मोदी का प्रधानमंत्री पद 'अस्थायी व्यवस्था' - संजय राउत

    01-Apr-2025
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Sanjay Raut
 (Image Source : Internet)
मुंबई।
शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि वह केवल एक अस्थायी व्यवस्था हैं और किसी के भी 'बॉस' नहीं हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आज सत्ता के शिखर पर उन नेताओं की वजह से है जिन्होंने दशकों तक मेहनत की, जिसमें लालकृष्ण आडवाणी का विशेष योगदान रहा। राउत ने कहा, "कौन किसका बॉस है? मोदी का प्रधानमंत्री बनना सिर्फ एक अस्थायी व्यवस्था है। यहां तक कि भगवान राम और कृष्ण भी अपना कार्य पूरा करके चले गए। आडवाणी को शाहजहाँ की तरह बंद करके रख दिया गया, और मोदी प्रधानमंत्री बन गए।"
 
आडवाणी को किया गया दरकिनार
संजय राउत ने आगे कहा कि आडवाणी का प्रधानमंत्री बनने का अधिकार था, लेकिन उन्हें एक "मुगल-शैली" की रणनीति के तहत दरकिनार कर दिया गया। उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि वे किसी के उत्तराधिकारी का फैसला नहीं कर सकते। राउत ने कहा, "फडणवीस इसका फैसला नहीं कर सकते, यह उनके हाथ में नहीं है।" इसके अलावा, उन्होंने मोदी की उम्र का जिक्र करते हुए कहा कि वे 75 वर्ष के होने वाले हैं और उन्होंने खुद ही भाजपा में 75 वर्ष की आयु सीमा का नियम लागू किया था, जिसे अब उनके खुद पर भी लागू होना चाहिए।
 
आरएसएस की भूमिका और वक्फ संशोधन विधेयक पर प्रतिक्रिया
राउत ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की भूमिका पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि यह भाजपा की मातृ संस्था है और वही पार्टी का भविष्य तय करेगी। उन्होंने फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर उन्हें यह समझाने की जरूरत है कि राजनीति में आरएसएस का क्या महत्व है, तो वह "नकली स्वयंसेवक" हैं। उन्होंने यह भी बताया कि भाजपा अध्यक्ष का कार्यकाल समाप्त हो चुका है, लेकिन नया अध्यक्ष नियुक्त नहीं किया गया है, जिससे साफ है कि पर्दे के पीछे कुछ बड़ा हो रहा है। वक्फ संशोधन विधेयक पर बात करते हुए राउत ने कहा कि पहले एनडीए सहयोगी, जैसे चंद्रबाबू नायडू, नीतीश कुमार और अपना दल इस पर अपना रुख स्पष्ट करें, उसके बाद ही अन्य दलों से सवाल पूछे जाने चाहिए।