- सीबीएसई नियमों की अनदेखी
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नागपुर।
नागपुर में चल रहे डमी स्कूल रैकेट (Dummy school racket) का खुलासा हुआ है, जहां सीबीएसई नियमों का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। एक स्थानीय न्यूज़ पोर्टल की रिपोर्ट के अनुसार, 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए नियमित रूप से स्कूल जाने का नियम है, लेकिन कुछ कोचिंग संस्थान इन नियमों को दरकिनार कर डमी स्कूलों के जरिए छात्रों को सिर्फ कागज़ों पर दाखिला दिलाते हैं। इससे छात्र स्कूल की पढ़ाई छोड़कर पूरी तरह जेईई और नीट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में लग जाते हैं।
कई प्रतिष्ठित स्कूलों के नाम शामिल
जांच में सामने आया है कि ‘ब्रिलियंट एकेडमी’ और ‘सक्सेस ट्यूटोरियल्स’ जैसी कोचिंग संस्थाओं का डमी स्कूलों से सीधा संबंध है। रिपोर्ट के अनुसार, इस अवैध प्रथा में शामिल कुछ प्रमुख स्कूलों में केंद्रीय विद्यालय, सेंट जेवियर्स स्कूल, दिल्ली पब्लिक स्कूल (लावा), दीनानाथ स्कूल, संचेटी स्कूल, सेंटर पॉइंट स्कूल (तीनों शाखाएं), स्कूल ऑफ स्कॉलर्स (चार शाखाएं) और सेंट पॉल्स स्कूल का नाम सामने आया है। यह स्कूल छात्रों को केवल नामांकन देकर उनकी उपस्थिति, आंतरिक परीक्षाओं और प्रैक्टिकल से छूट दे रहे हैं।
शिक्षा को व्यवसाय बना रहा यह रैकेट
इस डमी स्कूल रैकेट में दलालों की अहम भूमिका है, जो कोचिंग संस्थानों और स्कूलों के बीच संपर्क साधकर छात्रों को बिना स्कूल गए ही परीक्षा में शामिल करवाते हैं। इस गोरखधंधे से करोड़ों रुपये का लेन-देन हो रहा है। सीबीएसई पहले ही चेतावनी दे चुका है कि जो छात्र नियमित रूप से स्कूल नहीं जाएंगे, उन्हें बोर्ड परीक्षा से वंचित किया जा सकता है। बावजूद इसके यह अवैध प्रथा जारी है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीर असर पड़ रहा है। विशेषज्ञों ने प्रशासन से इस रैकेट पर सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि औपचारिक शिक्षा की प्रणाली को बचाया जा सके।