- अलविदा जुमा पर वक्फ विधेयक के खिलाफ प्रदर्शन
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एबी न्यूज़ नेटवर्क।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के आह्वान पर देशभर में मुसलमानों ने वक्फ (WAQF) (संशोधन) विधेयक के खिलाफ काले बाजूबंद पहनकर विरोध दर्ज कराया। लखनऊ, हैदराबाद सहित कई शहरों में लोगों को नमाज अदा करते समय काले पट्टी बांधे देखा गया। AIMIM प्रमुख और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी, जो वक्फ बिल पर संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के सदस्य भी हैं, ने भी इस विरोध में हिस्सा लिया। हैदराबाद में जुमे की नमाज के दौरान ओवैसी समेत सैकड़ों लोगों ने काले बाजूबंद पहनकर विरोध जताया। इस दौरान पुलिस बल की तैनाती भी की गई थी ताकि शांति व्यवस्था बनी रहे।
लखनऊ में भी हुआ विरोध प्रदर्शन
लखनऊ में भी AIMPLB के सदस्य खालिद रशीद फिरंगी महली और अन्य मुस्लिम संगठनों के प्रतिनिधियों ने काले बाजूबंद पहनकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि AIMPLB और अन्य मुस्लिम संगठनों ने वक्फ संशोधन विधेयक पर अपनी आपत्ति JPC के सामने रखी थी, लेकिन उनकी आपत्तियों को स्वीकार नहीं किया गया। उन्होंने कहा, "वक्फ एक धार्मिक मामला है और इसमें कोई बदलाव नहीं होना चाहिए ताकि वक्फ की संपत्तियां सुरक्षित रहें।"
देशभर में शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अपील
AIMPLB ने स्पष्ट किया कि यह विरोध पूरी तरह शांतिपूर्ण है और इसका मकसद केवल सरकार तक अपनी बात पहुंचाना है। संगठन के अनुसार, 90 प्रतिशत वक्फ संपत्तियां मस्जिदों, दरगाहों और कब्रिस्तानों की हैं, लेकिन JPC ने उनकी आपत्तियों पर ध्यान नहीं दिया। बोर्ड ने लोगों से अपील की थी कि वे अलविदा जुमा के मौके पर केवल काले बाजूबंद पहनकर नमाज अदा करें और किसी भी प्रकार के सड़क प्रदर्शन से बचें।
वक्फ संशोधन विधेयक पर AIMPLB की चिंता
AIMPLB ने 27 मार्च को जारी एक पत्र में कहा था कि दिल्ली के जंतर-मंतर और पटना के धरना स्थल पर मुसलमानों के विरोध प्रदर्शनों ने सत्ताधारी गठबंधन को हिला दिया है। बोर्ड के अनुसार, 29 मार्च 2025 को विजयवाड़ा में एक और बड़े विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई गई है। AIMPLB ने इस विधेयक को "एक गहरी साजिश" करार देते हुए कहा कि इसका उद्देश्य मुसलमानों को उनकी धार्मिक और दान-संस्थानों से वंचित करना है। सरकार का दावा है कि यह विधेयक वक्फ संपत्तियों के डिजिटलीकरण, पारदर्शिता और अवैध कब्जों को हटाने के लिए लाया गया है, लेकिन मुस्लिम संगठनों ने इसे अपने अधिकारों पर खतरा बताया है।