नागपुर।
साईं इंटरनेशनल स्कूल (Sai International School), शीतलवाड़ी, रामटेक ने स्कूल परिसर में तान्हा पोला उत्सव का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस कार्यक्रम में किंडरगार्टन विंग और प्राथमिक कक्षाओं के छात्रों ने सक्रिय भागीदारी की। छात्रों ने सज-धज कर लकड़ी की बैलगाड़ी के साथ अनुष्ठानों में भाग लिया। उन्होंने समूह नृत्य और गीतों के साथ कार्यक्रम का आनंद लिया। प्राथमिक कक्षाओं के छात्रों ने भाषण दिए और कृषि और ग्रामीण गतिविधियों में बैल और बैल के योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने पोस्टर और पेंटिंग भी बनाई और वर्तमान ज्वलंत मुद्दों के बारे में समाज को जागरूकता संदेश दिया। अभिभावकों ने स्कूल की व्यवस्था की सराहना की। प्रिंसिपल राजेंद्र मिश्रा ने कार्यक्रम की शानदार सफलता के लिए अभिभावकों के प्रयासों की सराहना की।
तान्हा पोला की शुरुआत 1789 में नागपुर के दूसरे राजा श्रीमंत राजे रघुजी भोंसले (द्वितीय) ने की थी यह पोला के अगले दिन मनाया जाता है, जो विदर्भ की समृद्ध विरासत का प्रमाण है। इसे महाराष्ट्र और पड़ोसी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में किसानों द्वारा मनाया जाने वाला धन्यवाद देने वाला त्यौहार भी कहा जाता है, जिसमें बैलों और सांडों के महत्व को स्वीकार किया जाता है, जो कृषि और खेती की गतिविधियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। अनुष्ठानों में बैलों को सजाना शामिल है और वास्तव में उत्सव के जानबूझकर किए गए कार्य समूह की पहचान और सहयोग को मजबूत करने में मदद कर सकते हैं। स्कूल के निदेशक डॉ. वी बी नागपुरे ने कार्यक्रम की शानदार सफलता के लिए सभी छात्रों और उनके अभिभावकों को उनके समर्थन और सहयोग के लिए बधाई दी।