पंजाब : पंजाब में मानसून सत्र के दौरान पंजाब किसानों ने कृषि नीति पर किये धरने को मुख्यमंत्री भगवंत मान के वार्तालाप के बाद धरना वापस ले लिया है। पंजाब किसानों ने शुक्रवार को भारती किसान यूनियन (उगराहां) और खेत मजदूर यूनियन के बैनर तले चंडीगढ़ के दशहरा मैदान में चल रहे अपने पांच दिवसीय विरोध प्रदर्शन को वापस लेने का फैसला किया।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के कृषि नीति के मसौदे को लेकर आश्वासन के बाद, दशहरा मैदान में किसानों की बैठक में निर्णय लिया गया। बीकेयू (उगराहां) के जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि उन्होंने फिलहाल धरना वापस ले लिया है, लेकिन अगर सरकार ने अपना वादा पूरा नहीं किया तो वे 30 सितंबर के बाद फिर से कठोर विरोध करेंगे।
किसानों ने कहा कि सरकार ने कृषि नीति पर चर्चा का वादा किया है और अगर यह वादा पूरा हुआ, तो उनकी 22 मांगों का जवाब नीति में शामिल होगा। सरकार ने विशेषज्ञों के साथ बातचीत करने का आश्वासन दिया है। किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने 30 सितंबर तक बात नहीं की, तो वे फिरसे विरोध करेंगे। किसानों ने सोमवार को सेक्टर 9 तक मार्च निकाला और चंडीगढ़ में प्रदर्शन के नियमों का पालन किया। पंजाब कैबिनेट ने गुरुवार को नई कृषि नीति के मसौदे पर चर्चा की, जिसमें धान की बुआई पर प्रतिबंध का सुझाव शामिल है।