गडचिरोली के शिक्षक मंतय्या बेडके को मिला राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार

05 Sep 2024 19:31:23
- शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति के हाथो मिला सम्मान
- नक्सलियों के आतंक को दरकिनार कर शिक्षा का बीज बोने का किया काम

Gadchiroli teacher Mantayya Bedke received National Teacher Award
 
 

गडचिरोली :  
गडचिरोली जिले के आदिवासी बहुल एटापल्ली तहसील के जजावंडी गाँव के शिक्षक मंतय्या बेडके को उनके अद्वितीय शैक्षिक योगदान के लिए राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा गुरुवार को नई दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया। मंतय्या बेडके, जो जिला परिषद उच्च प्राथमिक विद्यालय, जजावंडी में शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं, ने नक्सल प्रभावित और विकास से वंचित क्षेत्र में शिक्षा की अलख जगाने के लिए असाधारण प्रयास किए हैं।
 
चुनौतियों का सामना और संघर्ष
गडचिरोली जिले का एटापल्ली तहसील एक ऐसे क्षेत्र में स्थित है जहां बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी और नक्सल गतिविधियों के कारण शिक्षा का प्रसार एक बड़ी चुनौती है। इस क्षेत्र में अक्सर शिक्षा के लिए आवश्यक संसाधनों की कमी होती है, और नक्सलियों के प्रभाव के कारण शिक्षा का माहौल भी प्रतिकूल रहता है। ऐसे में, मंतय्या बेडके ने इस क्षेत्र में शिक्षा का दीप जलाने का काम किया है। उन्होंने न केवल विद्यालय में पढ़ाई का स्तर ऊँचा किया, बल्कि बच्चों के लिए एक प्रेरणा स्रोत भी बने।
 
शिक्षा के प्रति समर्पण
मंतय्या बेडके ने अपने शिक्षण करियर को समर्पण और संघर्ष के प्रतीक के रूप में स्थापित किया है। उन्होंने अपने व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन को शिक्षा के प्रचार-प्रसार में समर्पित कर दिया है।
 
आदिवासी बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए उन्होंने अनेक प्रयास किए, जिसमें शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार, बच्चों की मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना, और उनके समग्र विकास को प्रोत्साहित करना शामिल है। उनकी मेहनत और लगन का परिणाम यह है कि अब स्कूल में छात्रों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है।
 
समाज में बदलाव
बेडके के प्रयासों से शिक्षा का महत्व आदिवासी समुदाय के बीच बढ़ा है। बच्चों की शिक्षा को लेकर उनके परिवारों में भी जागरूकता बढ़ी है। उन्होंने क्षेत्र में शिक्षा के प्रति एक नई सोच विकसित की है और बच्चों को बेहतर भविष्य की दिशा में मार्गदर्शन किया है। उनके द्वारा किए गए कार्य न केवल बच्चों के जीवन को बेहतर बना रहे हैं, बल्कि पूरे समुदाय में शिक्षा के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण भी पैदा कर रहे हैं।
 
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार, जिसे केंद्र सरकार द्वारा प्रदान किया जाता है, उन शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए है जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए हैं। इस पुरस्कार के लिए चयनित होना किसी भी शिक्षक के लिए एक बड़ी उपलब्धि होती है। मंतय्या बेडके का चयन उनके कठिन परिस्थितियों में किए गए असाधारण कार्यों के लिए किया गया है। उनके कार्यों को मान्यता मिलना शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान की सराहना का प्रमाण है।

भविष्य की दिशा
मंतय्या बेडके ने पुरस्कार प्राप्त करने के बाद कहा, "यह पुरस्कार मेरे लिए एक बड़ी प्रेरणा है। यह न केवल मेरे व्यक्तिगत प्रयासों की पहचान है, बल्कि पूरे क्षेत्र के शिक्षकों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है। मैं अपनी पूरी कोशिश करूंगा कि शिक्षा के क्षेत्र में किए गए प्रयासों को और भी आगे बढ़ाऊँ और बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाऊँ।"
 
मंतय्या बेडके का यह सम्मान उनकी शिक्षण यात्रा की महत्वपूर्ण उपलब्धि है और यह दर्शाता है कि कठिन परिस्थितियों में भी शिक्षा के प्रति समर्पण और लगन से बड़े बदलाव लाए जा सकते हैं। उनके इस पुरस्कार ने पूरे गडचिरोली जिले में खुशी की लहर दौड़ा दी है और उनके काम की सराहना की जा रही है। यह पुरस्कार उनकी शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता और क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए उनके संघर्ष की सच्ची पहचान है।
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