काटोल।
भारतीय संस्कृति में श्रावण अमावस्या के दिन बैल के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की जाती है। बैल किसानों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि वे देश को खाद्यात्र प्रदान करते हैं। कृषि उत्पन्न बाजार समिति (Agricultural Produce Market Committee) के अध्यक्ष चरण सिंह ठाकुर कहा कि किसानों को बैल के प्रति आभारी होना चाहिए। पूर्व अध्यक्ष दिनेश ठाकरे ने अपने परिचय में कहा कि पोला किसानों का अंतरंग त्योहार है।
उपाध्यक्ष गंगाधर झलके, निदेशक किशोर गाढ़वे, विनायक मानकर, नितिन डेहनकर, हेमंत जिचकर, प्रवीण अडकिने, मोहन मुझे, दिगंबर धवड़, नलू भोगले, यादव तातोडे, सतीश पाटिल, रजनी तिजारे, नितिन गजभिये, तेजराव झलके, रूपेश पालीवाल, विनोद धुर्वे मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन सचिव पराग दाते ने किया। नितिन नागपुरे, देवेन्द्र कालमेघ, मयूर बेडे, अजय पटोले, प्रशांत राऊत, सचिन चरडे, आंचल ढोरे ने सहयोग किया। सर्वोत्तम बैलों की जोड़ी को अध्यक्ष चरण सिंह ठाकुर द्वारा पुरस्कृत किया गया।