चंद्रशेखर बावनकुले के बेटे की कार ने मारी टक्कर! कांग्रेस ने पुलिस पर कार्रवाई न करने का लगाया आरोप

    10-Sep-2024
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Chandrashekhar Bawankule
 
नागपुर :
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले (Chandrashekhar Bawankule) के बेटे संकेत बावनकुले की ऑडी कार से नागपुर में हुई दुर्घटना के मामले में कांग्रेस ने पुलिस पर कार्रवाई न करने और दबाव में काम करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे ने कहा कि राज्य में भाजपा की सत्ता के दौरान कानून और व्यवस्था सत्ताधारी नेताओं के नियंत्रण में है, और पुलिस प्रशासन निष्पक्ष रूप से काम करने में विफल रहा है।
 
 
-दुर्घटना और कानूनी सवाल
रविवार रात नागपुर के सेंट्रल बाजार रोड पर हुई इस दुर्घटना में संकेत बावनकुळे की ऑडी कार ने कई गाड़ियों को टक्कर मारी, जिसमें दो पहिया और चार पहिया वाहन शामिल थे। दुर्घटना के बाद संकेत बावनकुळे और अन्य सवारों पर अभी तक कोई गंभीर कार्रवाई नहीं हुई है। पुलिस ने इस मामले में केवल चालक अर्जुन जितेंद्र हावरे को गिरफ्तार किया था, जिसे बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि दुर्घटना के समय अर्जुन नशे में था।
 
-कांग्रेस का आरोप, पुलिस पर किसका दबाव है?
अतुल लोंढे ने कहा कि इस घटना के बाद संकेत बावनकुळे पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने सवाल उठाया, "पुलिस पर किसका दबाव है? भाजपा नेता के बेटे को बचाने की कोशिश की जा रही है। घटना के बाद कार की नंबर प्लेट को हटाना इस बात का संकेत है कि सबूतों को छिपाने का प्रयास किया गया।
 
 
 
" लोंढे ने आगे कहा कि भाजपा नेताओं और उनके परिवारों के लिए आम जनता का जीवन अब सस्ता हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में ‘हिट एंड रन’ के ज्यादातर मामले सत्ताधारी नेताओं और उनके परिवार से जुड़े होते हैं।
 
-संकेत बावनकुले कार में मौजूद
इस बीच, पुलिस ने बताया कि दुर्घटना के समय संकेत बावनकुळे कार में मौजूद थे, लेकिन वह ड्राइविंग नहीं कर रहे थे। चालक अर्जुन हावरे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जबकि संकेत और रोनित चित्तमवार पर अभी कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। पुलिस ने कहा कि घटना की जांच जारी है और सभी कानूनी पहलुओं पर गौर किया जा रहा है। यह मामला राज्य में सत्ताधारी नेताओं के परिवारों से जुड़े हादसों को लेकर उठते सवालों के साथ गरमा गया है। कांग्रेस ने इसे कानून व्यवस्था की विफलता और पुलिस पर राजनीतिक दबाव का मामला बताया है, जबकि पुलिस अभी जांच की प्रक्रिया में है।