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नागपुर :
मालवण में छत्रपति शिवाजी महाराज की एक पूर्ण लंबाई वाली मूर्ति ढह गई है. इस घटना के बाद शिव प्रेमियों के साथ-साथ राजनीतिक नेताओं की भी नाराजगी भरी प्रतिक्रियाए आनी शुरू हो गई है. कांग्रेस नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने इसे लेकर शिंदे सरकार की आलोचना की है. उन्होंने इस संबंध में एक सर्कुलर जारी कर प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
विजय वडेट्टीवार ने क्या कहा?
वडेट्टीवार ने कहा, “शिवाजी महाराज द्वारा बनाए गए किले आज भी मजबूत हैं. लेकिन छत्रपति शिवाजी महाराज की वह प्रतिमा, जिसका अनावरण 2023 में सिंधुदुर्ग के राजकोट किले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किया था, वह अब ढह गई है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति में भी यह सरकार पैसा खा गई। यह कमीशन में फंसी सरकार के भ्रष्ट शासन का एक शर्मनाक उदाहरण है.”
महायुति नहीं महाविनाश की सरकार
वडेट्टीवार ने कहा, ''जिस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने भाग लिया था, वहां महाराज की प्रतिमा ढह गई. अब यह साबित हो गया है कि यह सरकार छत्रपति शिवाजी महाराज के विचारों पर नहीं चल रही है.' राज्य में महायुति सरकार महाविनाश की सरकार है. आज महाराष्ट्र के लोग देख सकते हैं कि हम ऐसा क्यों कह रहे हैं.
"दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए"
विजय वडेट्टीवार ने मांग की, "छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा एक बार फिर दिमाखा में स्थापित की जानी चाहिए। महाराज की अवहेलना करने वाले ठेकेदार को काली सूची में डाला जाना चाहिए, संबंधित ठेकेदार के सभी चल रहे कार्यों को तुरंत वापस लिया जाना चाहिए, महाराज की अवहेलना करने वालों को दंडित किया जाना चाहिए."
पीएम के हाथो प्रतिमा का उद्घाटन
इस बीच, पिछले साल नौसेना दिवस के अवसर पर, मालवन में शिव राय की एक पूर्ण लंबाई वाली मूर्ति बनाई गई थी. साथ ही इस प्रतिमा का उद्घाटन 4 दिसंबर 2023 को प्रधानमंत्री मोदी ने किया था. खास बात यह है कि उस वक्त पूर्व विधायक परशुराम उपारकर समेत कई लोगों ने इस प्रतिमा के काम पर सवाल उठाए थे. उन्होंने इस कार्य की जांच की भी मांग की.