· जिलाधिकारी ने की अंग दान पर प्रशिक्षण प्रदान करने की अपील
नागपुर।
जिले में अंग प्रत्यारोपण के लिए 700 मरीजों की प्रतीक्षा सूची है और जिले में प्रतीक्षा सूची को कम करने के लिए अधिक से अधिक अस्पतालों और नागरिकों को अंग दान के संबंध में पहल करना होगा और अंग दान के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए डॉक्टरों के साथ-साथ समाज को भी पहल करना होगा, इस आशय का आवाहन कलेक्टर डॉ. विपिन इटनकर ने किया। वे कलेक्टर कार्यालय में मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम के तहत जिले के 23 पंजीकृत अंग प्रत्यारोपण अस्पतालों की समीक्षा करते हुए बोल रहे थे।
इस अवसर पर जोनल ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेशन सेंटर नागपुर के अध्यक्ष डॉ. संजय कोलते, जिला सर्जन डॉ. निवृत्ति राठौड़ और 23 पंजीकृत अंग प्रत्यारोपण अस्पताल के निदेशक, प्रशासनिक अधिकारी, समिति के सदस्य उपस्थित थे। जिले के कई पंजीकृत अस्पतालों में गंभीर हालत वाले मरीज आते हैं। लेकिन कलेक्टर ने बताया कि कोई ब्रेन स्टेम डेथ कमेटी नहीं थी और मरीजों का रिकॉर्ड नहीं किया गया था। तदनुसार, जिले के सभी अस्पतालों को एक समिति गठित करनी चाहिए और जिले के मरीजों का एक अलग रिकॉर्ड रखना चाहिए और एक रिपोर्ट जिला सर्जन के कार्यालय में जमा करने का निर्देश दिया।
कलेक्टर ने कहा कि वर्ष 2024 में ब्रेन स्टेम डेथ की शून्य रिपोर्ट प्रस्तुत करने वाले अस्पतालों द्वारा अंग दान को अधिकतम करने के लिए, अस्पताल स्तर पर प्रत्यारोपण समन्वयकों को रिश्तेदारों को परामर्श देना होगा और ब्रेन स्टेम डेथ रोगियों के अंग दान के बारे में जन जागरूकता पैदा करन होगा। उन्होंने सुझाव दिया कि अधिनियम के तहत पंजीकृत अंग दान के संबंध में, जिले के सरकारी मेडिकल कॉलेज और इंदिरा गांधी सरकारी मेडिकल कॉलेज को भी ब्रेन स्टेम मृत्यु और अंग दान के संबंध में और अधिक पहल करना अनिवार्य है।