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नागपुर |
अगस्त की पहली तारीख से मानसूनी बारिश सक्रिय होती है। 1 से 4 अगस्त तक चार दिनों के दौरान महाराष्ट्र में फिर से मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। शनिवार-रविवार को बारिश की तीव्रता अधिक हो सकती है। एक अगस्त से राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश की भविष्यवाणी की गयी है। कुछ जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी, सतारा जिलों में आज ऑरेंज अलर्ट है। इन जिलों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की आशंका है. बुलढाणा, वाशिम, अकोला, अमरावती, यवतमाल, वर्धा, नागपुर, चंद्रपुर, भंडारा, गोंदिया और गढ़चिरौली जिले भी बारिश के लिए येलो अलर्ट पर हैं। भारतीय मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि बारिश की तीव्रता बढ़ेगी. आज पूरे विदर्भ में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसलिए प्रशासन ने नागरिकों से भारी बारिश के मद्देनजर उचित सावधानी बरतने की अपील की है।
भारतीय मौसम विभाग ने पूरे महाराष्ट्र में मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई है. यह बारिश 1 से 4 अगस्त तक जारी रहेगी. मौसम विभाग ने यह भी अनुमान लगाया है कि 5 अगस्त से कोंकण को छोड़कर महाराष्ट्र के बाकी हिस्सों में बारिश की तीव्रता कम हो सकती है. झारखंड और आसपास के इलाकों में समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई पर चक्रवाती हवा की स्थिति बनी हुई है. सौराष्ट्र के पास अरब सागर में चक्रवाती हवा की स्थिति बनी हुई है. मानसूनी बारिश की संभावना वाली एक निम्न दबाव की बेल्ट राजस्थान के गंगानगर, हिसार, दिल्ली, हरदोई, डेहरी, पुरुलिया, सागर द्वीप से लेकर पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। दक्षिण गुजरात से लेकर उत्तरी केरल के तट के समानांतर एक कम दबाव की बेल्ट सक्रिय है और महाराष्ट्र के मध्य भाग पर पूर्व-पश्चिम विपरीत हवाओं का एक क्षेत्र बना हुआ है। इससे कोकण, समेत राज्य में बारिश फिर से बढ़ने लगी है।
कोंकण क्षेत्र में औसत से 41 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है. मध्य महाराष्ट्र में औसत से 45 फीसदी, मराठवाड़ा में 27 फीसदी और विदर्भ में 36 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है. 2 अगस्त को विदर्भ के कुछ जिलों में बहुत भारी बारिश का अनुमान है. राज्य में अब तक औसत से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।