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बुलढाणा :
लोकसभा चुनाव में हार के बाद किसान नेता रविकांत तुपकर ने आज कार्यकर्ताओं की बैठक की. इस बैठक में रविकांत तुपकर (Farmer leader Ravikant Tupkar) ने आक्रामक अंदाज में कहा कि "हम भले ही लोकसभा चुनाव हार गए हैं, लेकिन जनता के मन में हम जीत गए हैं. हमें ढाई लाख वोट मिले हैं. प्रतापराव जाधव कागज पर जीत गए हों, लेकिन लोगों के मन में वे हार गए हैं, क्योंकि लोगों का वोट हमारे साथ है, अब हमें हार से थके बिना बुलढाणा जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव लड़ना है. और अपील की कि हमें कल से ही विधानसभा चुनाव के लिए काम करना शुरू कर देना है.
राज्य में उतारेंगे उम्मीदवार - तुपकर
रविकांत तुपकर ने कहा है कि वह बुलढाणा में निर्दलीय उम्मीदवार उतारेंगे. उन्होंने कहा कि हम किसानों के मुद्दों पर लड़ेंगे और जल्द ही पुणे में कार्यकारिणी की बैठक होगी, जिसमें हम चर्चा करेंगे कि राज्य में किन जगहों पर लड़ना है. उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी मोर्चे में शामिल होने का सवाल ही नहीं है, हम स्वतंत्र रूप से लड़ रहे हैं. क्या आपने अपना आत्मसम्मान खो दिया है? इस सवाल का उन्होंने सीधे तौर पर जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा कि हम अलग-अलग लड़ रहे हैं.
राजू शेट्टी की कड़ी आलोचना
तुपकर ने कहा की विधानसभा चुनाव के लिए राज्य में तीसरा गठबंधन बनाने की कोशिश की जा रही है और कल विधायक बच्चू कडू से इस पर चर्चा हुई. तुपकर ने कहा है कि भले ही कुछ अन्य कारक भी तीसरे गठबंधन पर जोर दे रहे हों. इस बीच रविकांत तुपकर ने राजू शेट्टी की आलोचना की. उन्होंने कहा कि वे मुझे जगाने के लिए भेजते हैं, नोटिस छोड़ते हैं और पुणे में उपस्थित होने के लिए कहते हैं.
मेरी वजह से किसानों के मुद्दे चुनाव में आये
उन्होंने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में मैं निर्दलीय था फिर भी मैंने पार्टी के बारे में ज्यादा राय ली. इसलिए मुझ पर आरोप लगाने वालों को सोचना चाहिए. उन्होंने एक तरह से राजू शेट्टी पर तंज कसते हुए कहा कि ईमानदार होने की वजह से लोग पिछले 22 सालों से मेरे साथ जुड़े हुए हैं. अगर मैं लोकसभा चुनाव नहीं लड़ता तो चुनाव हिंदू-मुस्लिम होता. मेरी वजह से किसानों के मुद्दे चुनाव में आये.