व्रत का खाना खाते समय बरतें सावधानी!

    16-Jul-2024
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- खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने किया आवाहन
 
Be careful while eating fasting food
(Image Source : Internet/ Representative)
 
नागपुर।
आषाढ़ी एकादशी 17 जुलाई को है। इस अवसर पर व्रत के दौरान भगर, साबूदाना, सिंघाड़ा और चौलाई के आटे का बड़ी मात्रा में सेवन किया जाता है। इन पदार्थों के सेवन से विषाक्तता के मामले सामने आए हैं। इस पृष्ठभूमि में, खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने उपवास वाले खाद्य पदार्थों को खाते समय सावधानी बरतने की अपील की है।
 
एस्परगिलस एक कवक है जो बड़ी संख्या में कवक को प्रभावित करता है। जिसके कारण फ्यूमिगा केल्विन जैसे विषाक्त पदार्थ उत्पन्न होते हैं। जुलाई का तापमान और आर्द्रता कवक की वृद्धि के लिए अनुकूल है। यदि ऐसे कवक से संक्रमित भगर खाया जाए तो खाद्य विषाक्तता हो सकती है। इसलिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने नागरिकों के लिए कुछ निर्देश जारी किए हैं।
 
भगर, साबूदाना, सिंघाड़ा और चौलाई का आटा और खाद्य तेल खरीदते समय इन्हें पैक करके खरीदें। प्रसंस्करण उद्योग में भगर, साबूदाना, सिंघाड़ा आटा, चौलाई आटा, खाद्य तेल के उत्पादन का विवरण जांचा जाए। इसके साथ ही आपको यह भी देखना चाहिए कि खाद्य पदार्थ की बेस्ट बिफोर डेट कब खत्म हो रही है। बाजार से खुला बेसन नहीं खरीदना चाहिए। भगर खरीदने के बाद उसे अच्छी तरह धो लें और फिर घर पर ही आटा तैयार कर लें।
 
कुट्टू के आटे में पर्यावरण से नमी को अवशोषित करने की अधिक क्षमता होती है, जिससे आटा फफूंदी लगने के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है। भागरि दशम्या या रोटी खाने की बजाय खिचड़ी खाएं। भगर का भंडारण करते समय इसे साफ, सूखी जगह, कसकर बंद डिब्बे में रखें, ताकि वातावरण में नमी के कारण फफूंद न लगे। भगर को अधिक समय तक संग्रहित न रखें। बहुत दिनों से रखा हुआ भागर न खाए। भगरी का उपयोग करते समय इसे अच्छी तरह से धोना चाहिए। व्रत के खाद्य पदार्थ एवं सामग्री खरीदते समय विक्रेताओं से बिल अवश्य लिया जाए। भागड़, साबूदाना, सिंघाड़ा और चौलाई के आटे से बना व्रत का भोजन तुरंत खाना चाहिए। संभावित नुकसान से बचने के लिए बासी भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए।
 
दुकानदारों को दी गई सूचना
खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने दुकानदारों से आषाढ़ी एकादशी के अवसर पर सावधानी बरतने की अपील की है। इसमें बिना बिल के किसी भी खाद्य पदार्थ की खरीद-फरोख्त नहीं की जाएगी। अच्छी गुणवत्ता वाले भागर एवं अन्य खाद्य पदार्थ पैक करके बेचे जाने चाहिए। एक्सपायर हो चुका खाना नहीं बेचा जाना चाहिए। भागरी का आटा स्वयं बनाकर न बेचें। यदि कोई आपत्ति मिले तो खाद्य एवं औषधि प्रशासन कार्यालय के दूरभाष क्रमांक (0712) 2562204 पर शिकायत दर्ज कराने के लिए कहा गया है।