...तो नहीं लड़ेंगे चुनाव! महायुति सरकार के सामने बच्चू कडू ने रखी 'ये' शर्त

    15-Jul-2024
Total Views |
Bacchu Kadu
 (Image Source : Internet)
 
अमरावती:
पूर्व मंत्री और अचलपुर से निर्दलीय विधायक बच्चू कडू (Bacchu Kadu) ने विधान सभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया है। दरअसल, कडू राज्य सरकार से किसानों, मजदूरों और विकलांगों के लिए कई वादों की घोषणा चाहते है। अलग राज्य सरकार उनकी मांग मान लेती है तो वह बदले में अपनी सीट महायुति को दे देंगे और अगला चुनाव नहीं लड़ेंगे। बच्चू कडू अमरावती में बोल रहे थे। बच्चू कडू ने कहा कि महायुति, महाविकास अघाड़ी जैसा हम निर्दलीयों का तीसरा मोर्चा नहीं है। बल्कि किसानों, मजदूर और विकलांगों का तीसरा मोर्चा है और यह मोर्चा अब भी हाशिए पर खड़ा है। ऐसे में कडु ने राज्य सरकार को ऑफर देते हुए कहा कि किसानों, मजदूरों और विकलांगों के लिए हमारी कुछ मांगे हैं, अगर सरकार विधानसभा चुनाव से पहले उन मांगों को पूरा करती है, तो वह विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।
 
अपनी सीट महायुति को देंगे
 
बच्चू कडू यही नहीं रुके उन्होंने अमरावती की सीट महायुति के लिए छोड़ने की बात कही। इस पर जब कडू से सवाल पूछा गया कि अमरावती से कडू की सीट पर कौन चुनाव लड़ेगा? तो कडू ने कहा कि यह फैसला महायुति करेगी। बच्चू कडू ने घोषणा की है कि अगले एक से दो सप्ताह में हम सरकार को पत्र के माध्यम से महायुति तक अपनी मांगें पहुंचाएंगे और यह भी देखेंगे कि क्या निर्णय होता है और फिर अगली दिशा तय करेंगे। अब बच्चू कडू के चुनाव न लड़ने के फैसले ने कई लोगों की भौहें चढ़ा दी है।
 
बच्चू कडू की मांगें
 
कडु ने सरकार के सामने बुआई से लेकर कटाई तक का काम रोजगार गारंटी की मांग रखी है। साथ ही किसानों को 50 फीसदी मुनाफा, दिव्यांगों को 6 हजार रुपये प्रति माह देने, शिक्षा और स्वास्थ्य में गरीबों को समानता जैसी कई मांगे है।