हम तीसरा मोर्चा नहीं बल्कि किसानों, मजदूरों का गठबंधन बनाएंगे - बच्चू कडु

    11-Jul-2024
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Bachchu Kadu
 (Image Source : Internet)
 
अमरावती : विधानसभा चुनाव की सरगर्मी शुरू होते ही राज्य में तीसरा गठबंधन बनाने की चर्चा तेज हो गई हैं. प्रहार जन शक्ति पार्टी के अध्यक्ष विधायक बच्चू कडू, पूर्व सांसद संभाजी राजे, स्वराज्य संगठन के अध्यक्ष और स्वाभिमानी संगठन के रविकांत तुपकर ने इस संबंध में प्रारंभिक चर्चा की है। इस बीच, बच्चू कडू ने स्पष्ट किया है कि यह हमारा तीसरा मोर्चा नहीं होगा, बल्कि यह किसानों, खेत मजदूरों, मेहनतकशों का एक स्वतंत्र मोर्चा हो सकता है.
 
 
बच्चू ने कटु स्वर में कहा, हम तीसरा मोर्चा नहीं बनाएंगे. राज्य में किसानों और खेत मजदूरों की कई समस्याएं हैं. इसके समाधान को प्राथमिकता देने की जरूरत है. हम किसानों, मेहनतकशों का एक स्वतंत्र मोर्चा बना सकते हैं. हम मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को एक प्रस्ताव सौंपेंगे. हम विधानमंडल के सत्र के बाद अपनी मांगें उनके समक्ष रखने जा रहे हैं, मुख्यमंत्री हमें चर्चा के लिए आमंत्रित करने जा रहे हैं. उनसे चर्चा के बाद अगला कदम तय किया जाएगा, अगर मुख्यमंत्री प्रस्ताव स्वीकार कर लेते हैं तो मैं अपना अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र भी उन्हें दे दूंगा.
 
सरकार से कोई नाराजगी नहीं है. हम इस मुद्दे पर ही लड़ेंगे और चर्चा करेंगे.' हम मुख्यमंत्री से किसानों और मजदूरों के मुद्दों पर चर्चा करेंगे. देखते हैं वे क्या सकारात्मकता दिखाते हैं.' बच्चू कडू का कहना है कि अगर प्रस्ताव नहीं माना गया तो हम 15-20 जगहों पर उम्मीदवार उतारने और स्वतंत्र रूप से लड़ने के लिए तैयार हैं.
 
राज्य में विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं. सीट बंटवारे को लेकर महायुति और महाविकास अघाड़ी के बीच ट्रायल शुरू हो गया है. लोकसभा चुनाव में महा विकास अघाड़ी को मिली अच्छी सफलता से जहां उसका आत्मविश्वास बढ़ा है, वहीं दूसरी ओर महागठबंधन सरकार भी लोकलुभावन नारों के जरिए जनसमर्थन हासिल करने की जद्दोजहद में जुट गई है. ऐसे में सबकी नजर महायुति सरकार को समर्थन दे रहे विधायक बच्चू कडू के फैसले पर टिकी है.
 
पुणे में स्वराज्य संगठन के अध्यक्ष और पूर्व सांसद संभाजी राजे, प्रहार संगठन के विधायक कडू और स्वाभिमानी संगठन के तुपकर के बीच बैठक हुई. इस बैठक में अलग गठबंधन बनाने को लेकर प्रारंभिक चर्चा हुई. बच्चू कडू ने संकेत दिया है कि विधानसभा चुनाव में कुछ सीटों पर स्वतंत्र गठबंधन की ओर से चुनाव लड़ा जाएगा.
 
महायुति और मविआ में कई छोटे-छोटे दल हैं; लेकिन उन्हें महत्व नहीं मिलने से वे नाराज हैं. ऐसे में कहा जा रहा है कि इस गठबंधन के नेता असंतुष्ट दलों को अपने साथ लेने की कोशिश कर रहे हैं.