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नई दिल्ली :
नया आपराधिक न्याय कानून लागू होने के बाद मध्य प्रदेश के ग्वालियर से पहला मामला दर्ज किया गया। नए कानून के लागू होने आधी रात के 10 मिनट बाद मोटरसाइकिल चोरी का यह मामला था।इस संबंध में केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने जानकारी दी और बताया कि तीन नए कानून- भारतीय न्याय संहिता (BNS), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS), और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (BSA) आज से लागू हो गए हैं। इससे पुराने औपनिवेशिक कानूनों को खत्म कर दिया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि अब अपराधों पर त्वरित सुनवाई और न्याय होगा, और पीड़ितों और शिकायतकर्ताओं के अधिकारों की भी रक्षा की जाएगी।
नए कानूनों के बारे में विस्तार से बताते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'सबसे पहले, मैं देश के लोगों को बधाई देना चाहूंगा कि आजादी के लगभग 77 साल बाद, हमारी आपराधिक न्याय प्रणाली पूरी तरह से 'स्वदेशी' हो रही है। भारतीय लोकाचार के 75 साल बाद इन कानूनों पर विचार किया गया और आज से जब ये कानून लागू हो गए हैं तो औपनिवेशिक कानूनों को खत्म कर दिया गया है। भारतीय संसद में बनाए गए कानूनों को अब 'दंड' के बजाय व्यवहार में लाया जा रहा है। 'न्याय' देरी के बजाय त्वरित सुनवाई और त्वरित न्याय होगा। पहले केवल पुलिस के अधिकारों की रक्षा की जाती थी, लेकिन अब पीड़ितों और शिकायतकर्ताओं के अधिकारों की भी रक्षा की जाएगी।