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नागपुर:
नागपुर शहर में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार को छोड़कर बाकी सभी 14 उम्मीदवारों की डिपॉजिट जब्त हो गई है। कुल 26 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था, जिसमें राष्ट्रीय भाजपा नेता नितिन गडकरी ने कांग्रेस के विकास ठाकरे को 1.37 लाख वोटों से हराया।
कई निर्दलीय उम्मीदवारों को 500 वोट भी हासिल करने में संघर्ष करना पड़ा, जिनमें से 12 उम्मीदवार इस आंकड़े को पार करने में विफल रहे। इनमें गुणवंत सोमकुवर (471), दीपक मस्के (270), नारायण चौधरी (251), श्रीधर साल्वे (481), सुनील वानखेड़े (322), प्रफुल भांगे (201), बबीता अवस्थी (182), विनायक अवचट (190), सुशील पाटिल (237) और संतोष चव्हाण (242) का समावेश रहा। कुछ उम्मीदवारों को तो अपने निकटवर्ती क्षेत्रों से भी वोट नहीं मिले।
इस चुनाव में नोटा (इनमें से कोई नहीं) को 5,474 वोट मिले, जो कुल वोटों का 0.45 प्रतिशत हिस्सा है। यह 2019 के चुनाव में मिले 0.39 प्रतिशत वोटों से ज़्यादा है। शीर्ष तीन उम्मीदवारों के बाद नोटा चौथे स्थान पर आया, जो पिछले चुनाव से ज़्यादा है। यह अनुमान लगाया जा रहा था कि बीएसपी के योगीराज लांजेवार को काफ़ी वोट मिलेंगे, लेकिन वे भी अपनी डिपोजिट बचाने में नाकाम रहे और उन्हें भी सिर्फ़ 19,242 वोट मिले। कई निर्दलीय उम्मीदवारों को बहुत कम वोट मिले। चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार, कुल वैध वोटों के 1/6वें (औसत) से कम वोट पाने वाले पराजित उम्मीदवारों की डिपॉजिट जब्त हो जाती है।