- जल्द कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा देने की संभावना
रामटेक।
रामटेक लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। जाति प्रमाण पत्र सत्यापन में रश्मी बर्वे को अयोग्य घोषित किए जाने के कारण उनकी उम्मीदवारी खारिज कर दी गई। इसके बाद अब कांग्रेस नेता किशोर गजभिये ने कहा है कि वे इस सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे और जल्द ही कांग्रेस की सदस्यता से भी इस्तीफा दे देंगे।
किशोर गजभिए ने मीडिया को अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा, "मैंने रामटेक लोकसभा क्षेत्र से अपनी उम्मीदवारी दाखिल की थी। यह आवेदन स्वीकार कर लिया गया है। मुझे चुनाव चिन्ह भी मिल गया है। मुझे फ्री सिंबल में से प्रेशर कुकर चुनाव चिन्ह मिल गया है।"
मैं जीतना चाहता हूं तो मुझे इसकी चिंता नहीं करनी चाहिए कि कौन प्रभावित होगा। मैंने फिलहाल कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया है। लेकिन जल्द ही दे दूंगा। जैसे ही मुझ पर अपनी उम्मीदवारी वापस लेने का दबाव पड़ा, लोगों ने ऐसा करने की कोशिश की। लेकिन गजभिये ने कहा कि मैं अभी इस पर ज्यादा टिप्पणी नहीं करूंगा।
क्यों नाराज हैं गजभिये?
किशोर गजभिये ने कांग्रेस से उम्मीदवारी मांगी थी। लेकिन पूर्व मंत्री सुनील केदार ने उनके नाम का कड़ा विरोध किया था। उन्होंने रश्मि बर्वे के नाम पर जोर दिया। केदार की जिद को कांग्रेस नेताओं ने पूरा किया और गजभिये ने विद्रोह करने का फैसला किया। इसके बाद उन्होंने वंचित बहुजन विकास अघाड़ी की ओर से अपनी उम्मीदवारी दाखिल की।
वंचित बहुजन अघाड़ी ने भी उन्हें उम्मीदवार बनाने की घोषणा की थी। लेकिन अचानक भाजपा के पूर्व जिला परिषद सदस्य शंकर चहांदे ने भी वंचित की ओर से अपनी उम्मीदवारी दाखिल कर दी। इसके चलते गजभिये को वंचित से भी बाहर कर दिया गया। इसलिए, उन्होंने अब एक स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर नामांकन पत्र दाखिल किया है।
2019 के चुनाव में कांग्रेस ने रामटेक से किशोर गजभिये को उम्मीदवार बनाया था। उस समय सुनील केदार और पूर्व ऊर्जा मंत्री डॉ नितिन राऊत ने उनके नाम का खुलकर विरोध किया था।