नागपुर ।
इससे पहले शिक्षक बनने के लिए अनिवार्य शिक्षक पात्रता परीक्षा में गड़बड़ी का खुलासा हुआ था। इस मामले में कई अधिकारियों की गिरफ्तारी भी हुई थी। इसी पृष्ठभूमि में १० नवंबर को राज्यभर में ली जाने वाली टीईटी परीक्षा में गड़बड़ी रोकने के लिए पहली बार हर परीक्षा केंद्र पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) तकनीक से निगरानी की जाएगी। परीक्षा केंद्र पर जाते समय प्रत्येक परीक्षार्थी का फेस रीडिंग, बायोमेट्रिक, मेटल डिटेक्टर परीक्षण किया जाएगा।
सभी कमरों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। राज्य परीक्षा परिषद द्वारा टीईटी परीक्षा ली जा रही है। परीक्षा राज्य में कुल १ हजार २३ केंद्रों पर ली जाएगी। परीक्षा के लिए ३ लाख ५३ हजार ९५२ उम्मीदवारों ने पंजीयन कराया है। केंद्र में प्रवेश करते समय प्रत्येक उम्मीदवार, अधिकारी, कर्मचारी की मेटल डिटेक्टर से जांच की जाएगी. इसलिए छात्रों को परीक्षा केंद्र में कोई भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लाने की अनुमति नहीं होगी। परीक्षा आवेदन में लगाया गया चित्र ही मान्य होगा।
प्रवेश करते समय उम्मीदवार की बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज की जाएगी। परीक्षा केंद्र, परीक्षा कक्ष में सीसीटीवी लगाए गए हैं। इन कैमरों में संसर होते हैं। इस सिस्टम को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से नियंत्रित किया जाएगा। यदि क्षमता से अधिक भीड़ हो या परीक्षा केन्द्र में पर्यवेक्षक बिना चक्कर लगाए एक ही स्थान पर खड़े रहें विद्यार्थी बैठक व्यवस्था बदलें, कोई अनियमित आवाजाही हो तो नियंत्रण कक्ष में इसकी सूचना तुरंत दी जाएगी। टीईटी के दो पपर हांग। पहला पेपर सुबह १०.३० से दोपहर १ बजे तक लिया जाएगा। वहीं, दूसरा पेपर दोपहर २.३० से शाम ५ बजे तक लिया जाएगा।