नाराजी के बावजूद उत्तर भारतीय देंगे भाजपा का साथ

    08-Nov-2024
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- गडकरी-फड़णवीस ने मनाया

BJP 
नागपुर।
विधानसभा चुनाव (Assembly elections) 2024 में हिन्दी भाषियों को भाजपा द्वारा टिकट देने से दरकिनार किए जाने के बाद उत्तर भारतीयों में गजब की नाराजी देखी गई थी। सभी राजनीतिक दलों के हिन्दीभाषियों ने इसे लेकर अपना जबर्दस्त विरोध प्रदर्शन भी किया था। इसे लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में खलबली भी मच गई थी। अब बताते हैं कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी तथा उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने मध्यस्थी कर नाराज उत्तर भारतीयों को अपने पक्ष में कर लिया है। नाराज रहने के बावजूद उत्तर भारतीय मतदाता आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों का ही साथ देंगे।
 
इस खबर से कांग्रेसी मंसूबों पर पानी फिरना तय हो गया है। नागपुर के उत्तर भारतीयों में अचानक फैली नाराजी से कांग्रेस नेताओं की बांछें खिल गई थीं। उत्साहित होकर वे उत्तर भारतीयों को अपने पक्ष में करने की कवायद शुरू कर चुके थे लेकिन गडकरी और देवेंद्र फड़णवीस ने राजनीतिक चातुर्य का इस्तेमाल कर नाराज उत्तर भारतीयों को मना लिया। उल्लेखनीय है कि पश्चिम नागपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से किसी उत्तर भारतीय को भाजपा की टिकट देने की मांग प्रबल हो चुकी थी। इसके लिए जयप्रकाश गुप्ता, दयाशंकर तिवारी के नाम सबसे आगे चल रहे थे। दयाशंकर तिवारी तथा गुप्ता ने इसके लिए उपरी स्तर तक प्रयास भी किए लेकिन भाजपा ने पश्चिम नागपुर से सुधाकर कोहले को टिकट दे दी।
 
इससे उत्तर भारतीयों में नाराजी व्याप्त हो गई थी। फड़णवीस और गडकरी ने दयाशंकर तिवारी सहित तमाम उत्तर भारतीय नेताओं को मना लिया। बताते हैं कि अब अधिकांश उत्तर भारतीय मतदाता खुलकर भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में आ गए हैं और प्रचार में हिस्सा ले रहे हैं। सुधाकर कोहले के साथ कई उत्तर भारतीय समाज के नेता पदयात्राओं में घूम रहे हैं। न केवल कोहले बल्कि पूर्व नागपुर से भाजपा उम्मीदवार कृष्णा खोपड़े, मध्य नागपुर से भाजपा उम्मीदवार प्रवीण दटके तथा उत्तर नागपुर से भाजपा उम्मीदवार डॉ. मिलिंद माने को भी इसका लाभ मिलने वाला है क्योंकि इन तीनों विधानसभा क्षेत्रों में उत्तर भारतीय मतदाताओं की संख्या काफी ज्यादा है। आने वाले दिनों में प्रचारकार्य और अधिक जोशोखरोश से दिखाई देगा।
 
उत्तर भारतीय समाज के एक नेता ने कहा कि हम भले ही नाराज हो गए थे लेकिन सत्ता कांग्रेस के हाथ सौंपने के पापी नहीं बन सकते। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश लगातार तरक्की कर रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी केवल और केवल संविधान बदले जाने का प्रचार करते घूम रहे हैं जबकि भाजपा नेता अपनी सरकार द्वारा किए गए विकासकार्यों को गिनाकर चुनाव लड़ रहे हैं। एक अन्य नेता ने कहा कि हिन्दू हितों की रक्षा को केवल भाजपा ही प्राथमिकता दे सकती है। यही कारण है कि हम लोगों ने भाजपा को मजबूत करने का संकल्प किया है।