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कज़ान : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच कज़ान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान द्विपक्षीय बैठक होने जा रही है। यह बैठक दोनों नेताओं के बीच पिछले पांच वर्षों में पहली बार औपचारिक बातचीत है, और इसका आयोजन तब हो रहा है जब भारत और चीन ने अपनी साझा सीमा पर तनाव कम करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि दोनों नेता पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर नियमित गश्त फिर से शुरू करने के समझौते पर पहुंचे हैं। यह बैठक तब हो रही है जब चीन ने भी कहा है कि वह भारत के साथ सीमा विवाद को हल करने के लिए एक समाधान पर पहुंच गया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह बैठक भारत-चीन संबंधों में एक महत्वपूर्ण क्षण है। चर्चा के मुख्य मुद्दों में एलएसी पर गश्त और द्विपक्षीय व्यापार का संतुलन शामिल होगा। मोदी ने पहले कहा था कि भारत और चीन के बीच व्यापार में संतुलन लाना आवश्यक है, क्योंकि भारत का व्यापार घाटा बहुत अधिक है।
दोनों नेताओं ने पहले भी कई बार मिलकर सीमा मुद्दों और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की है, जैसे कि 2022 में बाली जी-20 शिखर सम्मेलन और 2023 में जोहान्सबर्ग में।
इस बैठक से यह उम्मीद है कि भारत और चीन के बीच संबंधों को सामान्य करने की दिशा में ठोस नतीजे मिलेंगे, और दोनों देशों के बीच शांति बनाए रखने के लिए दीर्घकालिक दृष्टिकोण पर चर्चा होगी।