- भीमपुत्र विनय भांगे के नेतृत्व में हुआ आंदोलन
नागपुर।
धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस पर दक्षिण-पश्चिम नागपुर में स्थित पवित्र दीक्षाभूमि में रहाटे कॉलोनी मेट्रो स्टेशन (Rahate Colony metro station) का नाम बदलकर दीक्षाभूमि मेट्रो स्टेशन करने की मांग को लेकर जोरदार आंदोलन किया गया। इस आंदोलन का नेतृत्व सामाजिक कार्यकर्ताओं और समानता के कट्टर समर्थकों के साथ-साथ आगामी विधानसभा चुनावों के लिए वंचित बहुजन अघाड़ी के आधिकारिक उम्मीदवार भीमपुत्र विनय भांगे ने किया।
भांगे के नेतृत्व में हुए इस आंदोलन में कई भीमबांधवों, बहनों और अनुयायियों ने भाग लिया। आंदोलन की शुरुआत दीक्षाभूमि से की गई और रहाटे कॉलोनी मेट्रो स्टेशन पहुंचने पर दीक्षाभूमि के दर्शन करने आए एक बुजुर्ग दंपत्ति के हाथों स्टेशन का नाम बदलकर दीक्षाभूमि मेट्रो स्टेशन रखकर फीता काटकर स्टेशन का उद्घाटन किया गया। दीक्षाभूमि के अंतर्राष्ट्रीय महत्व को रेखांकित करते हुए रहाटे कॉलोनी चौक मेट्रो स्टेशन का नाम बदलकर दीक्षाभूमि मेट्रो स्टेशन करने की मांग की गई।
भांगे ने कहा कि दीक्षाभूमि न केवल एक ऐतिहासिक स्थान है, बल्कि डॉ. बाबासाहेब आम्बेडकर के नेतृत्व में बौद्ध धर्म स्वीकृति, समानता और भाईचारे का प्रतीक है। इसलिए रहाटे कॉलोनी मेट्रो स्टेशन का नामकरण दीक्षा भूमि के रूप में करने से न केवल नागपुर या देश भर से, बल्कि दुनिया भर से भक्तों के लिए इस पवित्र स्थान के दर्शन के लिए सीधे इस मेट्रो स्टेशन की यात्रा करना बहुत सुविधाजनक हो जाएगा। आंदोलन में विनय भांगे, प्रदेश सदस्य वंचित बहुजन अघाड़ी महाराष्ट्र प्रदेश सहित संजय सूर्यवंशी, विनोद भांगे, विवेक मताडी, अतुल शेंडे, किशोर धोटे, विनोद मोहोड, विशाल वाहिले, हरिदास गवई, रोहित राऊत, रेखा वाघमारे, प्रतीक वंजारी, मयंक भांगे चेतन चंद्राकर, शिव विश्वकर्मा, मयूर गजघाटे आदि शामिल थे।