सड़क पर पड़े भगवा झंडे, तोरण, पताका उठाने के लिए युवाओं की पहल
नागपुर : अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद शहर में युवाओं का 'नागपुर भगवा प्रेमी' नाम से एक पेज इंस्टाग्राम पेज एक्टिव हो गया है। यह लोग सड़क में पड़े भगवा झंडे का कलेक्शन करेंगे और आने वाले समय में त्योहारों के लिए फिर से इन्ही झंडे का इस्तेमाल घर की सजावट के लिए किया जायेगा।
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई और पूरा विश्व राममय हो गया। इस दौरान सभी राम भक्तों ने मानों एक नई दिवाली मनाई हो। घर को फूलों से सजाया और जय श्री राम के झंडे, तोरण और पताका भी अपने घर में लगाए। लेकिन अब 22 जनवरी के बाद इन झंडों का क्या करना है ये समझ से परे था। ऐसे में कुछ युवाओं ने मिलकर एक पहल की शुरुआत की। युवाओं ने 'नागपुर भगवा प्रेमी' नाम से इंस्टाग्राम पेज बनाया, जिसके जरिये वह लोगों से सभी भगवा कलर के झंडे, तोरण और पताका उन्हें देने की अपील कर रहे है। इन झंडों का इस्तेमाल आने वाले समय में त्योहारों में किया जायेगा।
एक दिन में 4 किलो का कलेक्शन
'नागपुर भगवा प्रेमी' पेज के फाउंडर कान्हा गुप्ता जो कि ग्रेजुएट स्टूडेंट है कहते है कि 22 जनवरी के बाद राम लला की प्राण प्रतिष्ठा तो हो गई लेकिन उन्हें भगवा कलर के झंडे का अपमान न हो, कोई उन्हें जमीन पर यूं ही फेंक न दे बस इसलिए ही यह पेज शुरू किया गया है। कान्हा बताते है कि एक दिन में उन्होंने 4 किलो भगवा कलर के झंडे का कलेक्शन किया है। इसके अलावा जो जरूरतमंद है या जो झंडे खरीद नहीं सकते ऐसे लोगों ने उनसे झंडे भी लिए है।
इसलिए जरूरत पड़ी...
कान्हा कहते है, 'भगवान राम की प्राण-प्रतिष्ठा हो गई। लेकिन कुछ लोग ऐसे थे जिन्होंने 22 जनवरी को झंडे, तोरण और पताकाओं का इस्तेमाल करने के बाद यूंही सड़क पर फेंक दिया। यह देख कर मुझ बहुत बुरा लगा कि जिस राम भगवान की प्राण प्रतिष्ठा में इस भगवे झंडे को फेहराया गया, तोरण और पताकाएं लगाई गई अभी इस तरह से सड़क पर पड़ी है।'