शुगर की बीमारी का ब्रम्हास्त्र जामुन!

    20-Jul-2023
Total Views |

Jammun - Abhijeet Bharat
 
आम तौर पर अक्षय तृतीया से आम खाने की शुरुआत होती है। आम फलों का राजा है और आम खाने के लिए युवा हो या बुजुर्ग सभी गर्मियों का बेसब्री से इंतजार करते है। गर्मियां खत्म हो गई है और मानसून शुरू गया है। गर्मियों के दौरान बाजार विभिन्न किस्मों के आमों से भरा हुआ था। इसमें देसी आम भी पीछे नहीं थे। लेकिन आम में चीनी की मात्रा अधिक होती जो सेहत के लिए हानिकारक होते है। यदि गर्मियों में मजे से अधिक आम खाये होंगे और कहीं डर हो कि हमें कोई परेशानी हो गई तो उसका क्या?
 
प्रकृति अपने अंदर हर सवाल का जवाब रखती है। जैसे गर्मियों में आम के रूप में स्वादिष्ठ फल चखा और डर सता रहा है कि कहीं शुगर की बीमारी हो गई तो? इसका जवाब है बरसात में आने वाले जामुन। हम सभी जानते हैं कि आम में चीनी की मात्रा बहुत अधिक होती है। यदि पिछले दो महीनों से आम खाने के बाद आपका पाचन तंत्र अपना काम ठीक से नहीं कर रहा है, तो आप अक्सर ब्लड शुगर में बढ़ोतरी का अनुभव करेंगे। लेकिन यह वृद्धि अधिकतम अस्थायी प्रकृति की प्रतीत होती है। लेकिन प्रकृति संयोग देखिये जब गर्मियों के जाते-जाते आम का मौसम खत्म हो और मानसून की शुरुआत में बाजार में हर जगह बैंगनी रंग के जामुन आपको दिखाई देते है। जामुन स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। गर्मियों के दिनों में आम के अधिक सेवन के चलते जो शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ी है उसमें कमी लाने का काम जामुन करता है।
 
बरसात के मौसम की शुरुआत में प्रकृति द्वारा बनाया गया यह फल हमारे शरीर पर अमृत की तरह काम करता है। पूरी तरह से पका हुआ जामुन पाचन, यकृत उत्तेजक, स्तंभक, सुखद और तृप्तिदायक है। बैंगनी और विशेष रूप से इसके बीज का पाउडर हाई ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में मदद करता है। जठराग्नि (Gastroenteritis) को प्रज्वलित करता है, क्योंकि यह लीवर उत्तेजक है, यह लीवर की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाता है और इसलिए, जामुन ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में बहुत फायदेमंद है।
 
संक्षेप में कहें तो अगर पिछले दो महीने से खूब आम खाने से आपके शरीर पर कोई बुरा प्रभाव पड़ा है तो प्रकृति द्वारा बनाया गया ब्रह्मास्त्र है जामुन! अगर हम ऐसा कहें तो कुछ गलत नहीं होगा। इसलिए अभी बाजार में जामुन बड़ी मात्रा में देखने को मिल रहे है, हमे इस मौसम में जामुन का भरपूर सेवन करना चाहिए।
 
जामुन खाने के फायदे: स्वास्थ्य के लिए लाभकारी
 
1. पाचन तंत्र को सुधारता है: जामुन में फाइबर की मात्रा प्रचुर मात्रा में पाई जाती है जो पाचन तंत्र को सुधारकर पेट संबंधी समस्याओं को कम करने में मदद करती है। यह आपको कब्ज, एसिडिटी और बढ़ी हुई पेट गैस से राहत दिलाता है।
 
2. मधुमेह के खतरे को कम करता है: जामुन अपनी मधुर और कड़वी रसदारता के कारण मधुमेह के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है। इसमें मौजूद एंथोसायनिन आंशिक रूप से इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ावा देता है जिससे रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है
 
3. हृदय स्वास्थ्य को बढ़ाता है: जामुन एंटीऑक्सीडेंट्स का अच्छा स्रोत होता है जो हृदय स्वास्थ्य को बढ़ाने में मदद करते हैं। यह मस्तिष्क संबंधी बीमारियों, रक्तचाप के उच्च स्तर, और हृदय संबंधी समस्याओं के खतरे को कम करने में भी मदद करता है।
 
4. त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाता है: जामुन में प्रचुर मात्रा में विटामिन सी, विटामिन ए और एंथोसायनिन पाया जाता है जो त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इन तत्वों की मौजूदगी त्वचा को बेजान तत्वों से बचाकर उसे स्वस्थ और चमकदार बनाती है।
 
5. पाचन क्रिया को सुधारता है: जामुन में पायी जाने वाली केटोनेस कम से कम स्वतंत्र अमीनो अम्लों से पाचन क्रिया को सुधारने में मदद करती हैं। इससे पाचन शक्ति मजबूत होती है और खाने की प्रक्रिया सुचारू रूप से होती है।
 
6. वजन नियंत्रण में सहायता: जामुन कम कैलोरी और उच्च पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत होता है। इसलिए, यह वजन नियंत्रण में मदद कर सकता है और आपको संतुलित और स्वस्थ भोजन का आनंद लेने में मदद कर सकता है।
 
जामुन एक स्वादिष्ट फल है जिसका सेवन करना आसान है। आप इसे सीधे खा सकते हैं या फिर इसका रस, मुरब्बा, शरबत, या जेली बना सकते हैं। इसे ताजे रूप में खाने से आप इसके सभी लाभों को अधिकतम रूप से प्राप्त कर सकते हैं। यदि आप जामुन के फायदों के बारे में अधिक जानकारी चाहते हैं, तो आप एक न्यूट्रिशनिस्ट या वैद्य से संपर्क कर सकते हैं, वे आपको विस्तृत जानकारी देंगे।
 
प्रणव सातोकर, नागपूर
9561442605
 
*Disclaimer : ब्लॉग एक स्वतंत्र मंच है। इसलिए, व्यक्त किए गए विचार लेखक के अपने हैं।