Chandrapur : राम मंदिर निर्माण के लिए भेजी जाने वाली सागौन लकड़ी का काष्ठ पूजन समारोह और भव्य शोभायात्रा
29-Mar-2023
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image source: abhijeetbharat
चंद्रपुर : अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के बल्लारपुर से 1855 क्यूबिक फीट सागौन की लकड़ी वन विभाग के वन विकास निगम के अधीन मुख्य डिपो से भेजी जा रही है। लेकिन उससे पहले अयोध्या के राम मंदिर के लिए भेजी जाने वाली इन सागौन की लकड़ी का काष्ठ पूजन कर भव्य शोभायात्रा निकाली जाने वाली है। इस काष्ठ पूजन समारोह और भव्य शोभायात्रा का आयोजन आज किया गया।
काष्ठ पूजन समारोह के अवसर पर बल्लारशाह स्थित काश्त आगर में प्राचीन सागौन की लकड़ी का निरीक्षण किया गया।
वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार की पहल पर बल्लारपुर-चंद्रपुर में तैयारी की गई। चंद्रपुर जिले के बल्लारपुर में मध्य भारत का सबसे बड़ा लकड़ी बिक्री केंद्र है। राज्य सरकार के वन विभाग के वन विकास निगम के अंतर्गत मुख्य गोदाम से 1855 क्यूबिक फीट लकड़ी अयोध्या भेजी जा रही है। लकड़ी का उपयोग अयोध्या में राम मंदिर के गर्भगृह के लिए हस्तशिल्प के साथ विभिन्न प्रक्रियाओं से किया जाएगा। इन दोनों जिलों के लाखों राम भक्तों के लिए यह काफी अहम है। पहले भी नए संसद भवन में बल्लारपुर की लकड़ी का इस्तेमाल होता था, इसलिए अल्लापल्ली और बल्लारपुर की सागौन की लकड़ी की गुणवत्ता की चर्चा देश में हो रही है।
बता दे, महाराष्ट्र से लकड़ी के नमूने चंद्रपुर के फॉरेस्ट डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन भेजे गए थे। मंदिर निर्माण से जुड़ी लार्सन टूब्रो कंपनी ने लकड़ी श्रेष्ठ होने की बात कही जा रही है। मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने मंत्री मुनगंटीवार, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का लकड़ी के इंतजाम के लिए उन्हें धन्यवाद कहा है। इन लकड़ियों का निर्माण अयोध्या राम मंदिर के दरवाजों के किया जाने वाला है। राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र के मंदिर का महाद्वार, गर्भगृह का दरवाजा और बाकी दरवाजों के लिए लकड़ी चंद्रपुर के जंगलों से ही भेजी जानेवाली है। इसको लेकर महाराष्ट्र के वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने बताया कि मंदिर के लिए लकड़ी रवाना करने के लिए चंद्रपुर में शानदार आयोजन किया गया है। दिनभर चलने वाले कष्ठ पूजन के बाद रथों से शोभायात्रा निकालकर लकड़ियां अयोध्या के लिए रवाना की जाएंगी।