नागपुर : सिल्वर स्क्रीन पर अपने सहज अभिनय और अपनी सुरीली आवाज से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने वाली अक्षरा सिंह ने रविवार को खासदार सांस्कृतिक महोत्सव में भोजपुरी तड़का लगाया। अक्षरा के गाने पर नागपुरवासियों ने खूब डांस किया। ईश्वर देशमुख कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन के मैदान में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की संकल्पना से साकार हुए खासदार सांस्कृतिक महोत्सव का रविवार को तीसरा दिन था। भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की आकर्षक शख्सियत वाली वर्सटाइल एक्ट्रेस और सिंगर अक्षरा सिंह ने रविवार को 'लाइव इन कॉन्सर्ट' परफॉर्म किया। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार, निको ग्रुप के निदेशक रमेश जयसवाल, मेट्रो सीएमडी श्रवण हार्डिकर, वीआईए चेयरमैन प्रशांत मोहता, एनआईटी चेयरमैन मनोज सूर्यवंशी, उद्योगपति अशोक गायल, भाजपा नागपुर जिला अध्यक्ष पूर्व सुधाकर कोहले, रेलवे डीआरएम पांडे, नंद कुमार सारदा आदि मान्यवर उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्वलन से हुई।
अक्षरा सिंह ने ‘मै हवा हुं तेरे दिल में उतर जाऊंगी’ कहते हुए स्टेज पर एंट्री की। अक्षरा सिंह ने भोजपुरी गाना ‘सारी दुनिया का हात, मेरे सरसे हटे, मां तू अपना हटाना ना’ गया जो सभी माताओं को समर्पित किया गया। अक्षरा सिंह ने कहा कि हर किसी के जीवन में मां का एक स्थायी स्थान होता है। इसके बाद अक्षरा ने ‘नागपूर गरदा उडावत चाली’ गाना गया और डांस परफॉर्म किया। हीरोइन के तौर पर अक्षरा ने अपने करियर की शुरुआत की लेकिन ज़्यादा गाना नहीं गा सकीं। यह कहते हुए कि उन्होंने अपने प्रशंसकों के लिए प्यार से गाना शुरू किया, अक्षरा ने 'मेरे रश्के कमर तूने पहली नज़र' गाने पर डांस किया। उन्होंने ‘हाल क्या है, दिलों का ना पुछो सनम’, ‘इश्क और प्यार का मजा लिजिए’ जैसे कई जोशीले गाने गाए और फैन्स को झूमने पर मजबूर कर दिया। अक्षरा का बखूबी साथ दिया मुंबई के युवा सिंगर कुणाल पंडित ने। इसके साथ साथ दोनों कलाकारों द्वारा मेरी रूह का परिंदा, धीम धीम ताना, हम्मा हम्मा आदि गाने पेश किए गए।
कार्यक्रम का संचालन रेणुका देशकर एवं बाल कुलकर्णी ने किया। खासदार सांस्कृतिक महोत्सव आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रो. अनिल सोले, उपाध्यक्ष प्रो. मधुप पांडे, डॉ. गौरीशंकर पाराशर, अशोक मानकर, दिलीप जाधव, सचिव जयप्रकाश गुप्ता, कोषाध्यक्ष प्रो. राजेश बागड़ी, सदस्य बालासाहेब कुलकर्णी, हाजी अब्दुल कादिर, सारंग गडकरी , अविनाश घुशे, संदीप गवई, संजय गुलकारी, रेणुका देशकर, गुड्डु त्रिवेदी, किशोर पाटिल, चेतन कैरकर, आशीष वांडिले, भोलानाथ सहारे, एडवोकेट नितिन तेलगोटे, मनीषा काशीकर इन कार्यक्रमों के सफल आयोजन में योगदान दे रहे हैं।
संविधान की प्रस्तावना पढ़ी गई
भारतीय संविधानविद् डॉ. बाबासाहब आंबेडकर के नेतृत्व में 26 नवंबर को भारतीय संविधान के निर्माण के मसौदे को अंतिम रूप दिया गया। उस दिन को 'राष्ट्रीय संविधान दिवस' के रूप में मनाया जाता है। अविनाश घुशे ने संविधान की प्रस्तावना पढ़ी। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ, नागपुरवासी बड़ी संख्या में परिसर में उपस्थित थे और इस पहल में हिस्सा लिया।
नदी की जन्म कथा को नृत्य के माध्यम से किया प्रस्तुत
उभरते कलाकारों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रविवार से स्थानीय कलाकारों द्वारा विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे और इस श्रृंखला का पहला कार्यक्रम रविवार को मुख्य कार्यक्रम से पहले आयोजित किया गया। प्रसिद्ध भरतनाट्यम गुरु किशोर और किशोरी हम्पीहोली की टीम स्वरसंगम प्रसूत किशोर नृत्य निकेतन द्वारा गंगा-यमुना प्रस्तुत किया गया। तीन प्रमुख नदियों गंगा, यमुना और सरस्वती के त्रिवेणी संगम पर आधारित, इस नदी के जन्म की कहानी, जल प्रदूषण की कहानी और कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान नदियों की स्वच्छता की कहानी भरतनाट्यम नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत की गई। इस कार्यक्रम में ऐश्वर्या मोघे, प्राची बारापात्रे, श्रेया जोशी, काजल खिची, कोमल म्हैसबडवे, आधा मोहुरले, इंद्रायणी इंदुरकर, कल्याणी चिकुलवार, सपना पटेल, भूमिका मेंडुले, रूपल मंडावर, रिद्धि इंगे, गौरी भागवत, प्रणाली रसाल, पृथा राउत, जान्हवी बेतावर, गुढी मोहले, कामाक्षी हम्पीहोली और किशोरी हम्पीहोली ने भाग लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में लालजी श्रीवास, मुकुंद श्रीवास, नकुल श्रीवास, विशाल यादव एवं अंकिता देशकर-विश्वरूपे का सहयोग प्राप्त हुआ। कंचनताई गडकरी और अपर्णा अमितेश कुमार का सत्कार किया गया।
आज खासदार महोत्सव में विशेष
- सुबह 6.30 बजे : श्री रूद्र पाठन
- शाम 6.00 बजे: 27 नवंबर : विशाल शेल्के का बॉलीवुड गानों का कार्यक्रम
- शाम 6.30 बजे : राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज के जीवन पर आधारित नाटक 'क्रांतिनायक'