नागपुर :
67वें धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस के अवसर पर, नागपुर में पवित्र दीक्षाभूमि पर आने वाले धम्म बंधुओं को भोजन का निःशुल्क वितरण, राजश्री छत्रपति शाहू महाराज के कार्यों के बारे में एक पुस्तक और महावितरण की विविध योजनाओं और सुविधाओं पर एक सूचना पत्रक का वितरण महावितरण कर्मचारियों द्वारा किया गया। महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण, पारेषण एवं उत्पादन कंपनी लिमिटेड भोजन दान समिति द्वारा किया गया। भारतरत्न डॉ. बाबासाहब आंबेडकर ने नागपुर के दीक्षाभूमि पर अपने असंख्य अनुयायियों को बौद्ध धर्म की दीक्षा दी, धम्म चक्र संवर्धन दिवस महोत्सव हर साल विजयादशमी पर आयोजित किया जाता है। इस वर्ष के 67वें धम्मचक्र प्रवर्तन दिन के अवसर पर पूरे महाराष्ट्र से पवित्र दीक्षाभूमि पर आए धम्म अनुयायियों को उनके गृहनगर लौटते समय निःशुल्क वितरित किया गया और साथ ही राजश्री छत्रपति शाहू महाराज के कार्यों के बारे में जानकारी देने वाली एक पुस्तक भी दी गई।
महावितरण के लिए योजना एवं सुविधा पत्रक का भी वितरण किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन महावितरण नागपुर के क्षेत्रीय निदेशक सुहास रंगारी और नागपुर सर्कल के मुख्य अभियंता दिलीप डोडके, अजय खोबरागड़े, अधीक्षक अभियंता, राजेश नाइक और कार्यकारी अभियंता, हेमराज ढोके की उपस्थिति में हुआ। अपने उद्घाटन भाषण में क्षेत्रीय निदेशक रंगारी सुहास रंगारी ने बाबासाहब के तत्कालीन धम्मदीक्षा कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी और सभी से अपील की कि वे समानता और सदाचार के प्रति जागरूक रहें और लोग यहां आयोजित भोजन के साथ-साथ मुफ्त पुस्तकों के वितरण के माध्यम से ज्ञान की अपनी भूख को संतुष्ट करें और आगे बढ़ें। समाज को और अधिक जागरूक बनाने का काम बाबासाहब का है।
मुख्य अभियंता दिलीप दोडके ने महावितरण द्वारा आम जनता के लिए क्रियान्वित की जा रही कई योजनाओं पर मार्गदर्शन दिया, जिसमें ऑनलाइन बिजली बिल भुगतान और गो ग्रीन के माध्यम से बिल भुगतान पर 10 रुपए की छूट, सौर ऊर्जा के तहत बिजली उत्पादन और खपत शामिल है। योजना एवं किसानों की सहायता हेतु भोजनदान एवं पुस्तक वितरण समिति को पहल करने का सुझाव दिया गया। कार्यक्रम का संचालन धोंगड़े ने किया, प्रस्ताव मधुकर सुरवाड़े ने दिया और भैयाजी रेवतकर ने धन्यवाद् ज्ञापित किया। समिति के सदस्य सहायक अभियंता कुणाल पाटिल, राजेंद्र पाटिल, प्रफुल्ल मेश्राम, भीमराव सोमकुवर, रंजीत पंतवाने, बादल गोस्वामी, अमोल मेंढे, दिलीप आवले, मनोज मेश्राम, अनिल टेम्भुरने, नरेंद्र तिजारे, प्रशांत नानोरे, संतोष हिरुलकर, सचिन राऊत, महेंद्र पचघरे कार्यक्रम की सफलता, पुरूषोत्तम मानकर, राजेंद्र चारपे, सुमित रेवतकर, प्रमोद मेश्राम, राजेंद्र पाटिल, अविनाश अंबाडे, एचए पाटिल, विजय गायकवाड, राहुल लांजेवार, अमरदीप बागड़े, अतुल कोटांगले, सूरज गजभिये, प्रशांत मेश्राम, उदल राठौड़, मनीष कुंभारे, आशीष जुवार, मनोज भेंडे, रवि दुरुगकर और नागपुर, भंडारा, देवरी और गोंदिया के कर्मचारियों ने इस पहल के सफल क्रियान्वयन के लिए अथक परिश्रम किया।