मुंबई:
महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार की खबरों के बीच गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में शिवसेना से जुड़े मुद्दों पर सुनवाई हुई। सूत्रों के मुताबिक, एकनाथ शिंदे के करीब 7 विधायक कल यानी 5 अगस्त को बीजेपी के 8 मंत्रियों के साथ शपथ ले सकते हैं। इसी बीच गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के बीच शिवसेना राजनीतिक दल के भीतर दरार से उत्पन्न विवाद से संबंधित मामलों पर सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट शिवसेना विद्रोह से संबंधित मामलों को संविधान पीठ को भेजने पर जल्द फैसला करेगा। वहीं, इस विवाद पर फैसला सोमवार (8 अगस्त) तक टल गया।
CJI एनवी रमना ने कहा, 'संदर्भ पर फैसला सोमवार (8 अगस्त) तक होने की संभावना है।' इसके साथ ही तीन जजों की पीठ ने भारत के चुनाव आयोग को मौखिक रूप से शिंदे समूह द्वारा उन्हें असली शिवसेना पार्टी के रूप में मान्यता देने के लिए उठाए गए दावे पर कोई प्रारंभिक कार्रवाई नहीं करने का भी आदेश दिया। बेंच ने आदेश में कहा कि ECI उद्धव गुट को सुप्रीम कोर्ट में मामले को लंबित होने के मद्देनजर अपना जवाब दाखिल करने के लिए उचित स्थगन दे सकता है।
गौरतलब है कि भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना, न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी और न्यायमूर्ति हिमा कोहली की पीठ अयोग्यता कार्यवाही, अध्यक्ष के चुनाव, पार्टी व्हिप की मान्यता के संबंध में शिवसेना पार्टी के एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे गुटों से संबंधित याचिकाकर्ताओं द्वारा दायर याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है। बता दें, चुनाव आयोग द्वारा हलफनामा दाखिल करने की तारीख 8 अगस्त है। वे इस मामले के लंबित होने को देखते हुए समय मांगने के लिए चुनाव आयोग के समक्ष अभ्यावेदन दाखिल कर सकते हैं। चुनाव आयोग विचार कर सकता है। इससे पहले बुधवार को कोर्ट ने शिवसेना राजनीतिक दल के भीतर दरार को लेकर उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के बीच विवाद से जुड़े मामलों में शुरुआती दलीलें सुनी. थी।