नागपुरः
बुजुर्ग हज यात्रियों (Elderly Haj pilgrims) के लिए राहत की खबर आई है. आरक्षित श्रेणी के तहत 65 साल से अधिक आयुवर्ग के हज यात्रियों के साथ जाने वाले व्यक्ति की आयु सीमा 60 से बढ़ाकर 64 साल तक कर दी गई है.
दरअसल, हज 2025 के दिशानिर्देशों के मुताबिक आरक्षित श्रेणी के हज यात्रियों की उम्र 70 साल से कम करके 65 साल कर दी गई थी. लेकिन उनके साथ जाने वाले व्यक्ति की आयु सीमा 18 से 60 साल की गई थी. ऐसे में किसी की पत्नी की आयु 60 साल से अधिक हो तो उन्हें साथ जाने में दिक्कत हो रही थी. इसे देखते हुए सेंट्रल तंजीम कमेटी, नागपुर के अध्यक्ष हाजी अब्दुल कदीर, सचिव हाजी मोहम्मद कलाम ने हज कमेटी ऑफ इंडिया से पत्राचार कर बुजुर्ग हज यात्रियों के साथी की आयु सीमा बढ़ाने की मांग की थी. हज कमेटी ऑफ इंडिया ने इस संदर्भ में महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए 26 अगस्त 2024 को सर्कुलर जारी किया गया है. इसके तहत अब आरक्षित श्रेणी के 65 साल से अधिक आयु वाले हज यात्री के साथ 60 से 64 साल तक के व्यक्ति सफर पर जा सकते हैं, लेकिन इसके लिए पत्नी, भाई, बहन या रक्तसंबंधी होना जरूरी है.
कमेटी के निर्णय का हाजी अब्दुल कदीर, हाजी मोहम्मद कलाम, शाहिद नसीम, गनी खान, अब्दुल अजीज खान, नियाज अहमद, अब्दुल मतीन, इकबाल बेरा, आफी खान, गुलाम मुस्तफा, मौलाना महबूब खान, मौलाना शाकिर रजा, निसार अहमद अंसारी ने स्वागत किया है.