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नागपुर।
आरटीओ घोटाले (RTO scam) से जुड़ी खबर में नाम नहीं छापने पर सदर पुलिस ने पत्रकार सुनील हजारी (44) को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया था। दो दिन की पुलिस हिरासत के बाद रविवार को उसे फिर कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस ने धनराज उर्फ टीटीयू साधुराम शर्मा (55) बाबा दीपसिंह नगर निवासी की शिकायत पर मामला दर्ज किया है।
शर्मा आरटीओ में दलाल है। अरुणाचल प्रदेश से चुराए गए ट्रकों को नागपुर लाया गया था। यहां आरटीओ के दलालों और अधिकारियों की मदद से ट्रकों के चेसिस नंबर बदल दिए जाते थे और फर्जी दस्तावेज तैयार किए जाते थे। बाद में उन ट्रकों को मुंबई, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में बेच दिया गया। मार्च में मुंबई क्राइम ब्रांच ने इस रैकेट का भंडाफोड़ किया था। हजारी को मामले में दलाल शर्मा की भूमिका के बारे में जानकारी मिली। उन्होंने एक व्यक्ति के माध्यम से शर्मा का नाम अखबार में प्रकाशित करने की धमकी देकर 10 लाख रुपए की मांग की। समझौते के बाद वह 7 लाख रुपए लेने को तैयार हो गया। पिछले बुधवार को शर्मा ने हजारी को मेडिकल चौक पर एक लाख रुपए दिए थे।
दूसरे सप्ताह का समय देने के लिए वीसीए स्टेडियम के पास आइसक्रीम पार्लर में मिलने के लिए बुलाया। हजारी को शर्मा से 80 हजार रुपए लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने साक्ष्य जुटाए और संबंधित कुछ लोगों को दो दिन की पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ की। रविवार को पुलिस ने हजारी को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया है।