गुजरात की एक कंपनी पर फर्जी खाद बेचने का आरोप, निदेशक समेत चार विक्रेताओं के खिलाफ मामला दर्ज

    28-Aug-2024
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- यवतमाल के कई कृषि केंद्रों पर गिरी गाज
 
Gujarat company accused of selling fake fertilizer
 
 
यवतमाल :
कृषि विभाग की कार्रवाई से खुलासा हुआ है कि जिले में खरीफ सीजन के दौरान गुजरात के फर्जी कृषि उत्पाद बड़ी मात्रा में बेचे जा रहे हैं। इसके लिए गुजरात की कंपनी ने सीधे पुणे में ब्रांच खोली। इस फर्जी खाद कंपनी का भंडाफोड़ होने के बाद कंपनी के संचालक समेत जिले के खाद बेचने वाले कृषि केंद्र प्रबंधक के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया गया है। कृषि विभाग द्वारा किए गए निरीक्षण में पाया गया कि गुजरात स्थित कंपनी रामा फर्टिकेम द्वारा उत्पादित डीएपी उर्वरक घटिया गुणवत्ता का था। इस उर्वरक के नमूने प्रयोगशाला में ख़राब निकले। पता चला कि इन उर्वरकों में आवश्यक तत्वों की कमी थी और वे घटिया थे। इस गंभीर मामले में कृषि विभाग ने दारव्हा थाने में शिकायत दर्ज कराई है। इस फर्जी कृषि उत्पादन में शामिल अभिजीत अरविंद नलवाड़े, शुभम अशोक वानखेड़े, सचिन रायसिंघानी, विकास रघुनाथ नलवाड़े शामिल है।
 
वही, फर्जी खाद बेचने के आरोप में दारव्हा के एक कृषि केंद्र के मालिक दिलीप अन्नासाहेब देशकारी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसके साथ ही संदेह के आधार पर सागर कृषि केंद्र, किसान एग्रो एजेंसी, अप्पास्वामी एग्रो एजेंसी समेत सभी कृषि केंद्रों से खाद के नमूने लिए। जब इन नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया तो ये फर्जी पाए गए। उपविभागीय कृषि अधिकारी विजय सरोदे द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर, इन उर्वरकों की आपूर्ति करने वाली रामा फर्टिकेम कंपनी के निदेशक और उर्वरक बेचने वाले कृषि केंद्र के संचालक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
 
नेर स्थित पवार कृषि केंद्र का लाइसेंस एक माह के लिए निलंबित कर दिया गया है। बिल में गड़बड़ी के कारण महगांव स्थित स्वराज एग्रो एजेंसी को दो माह के लिए निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही जिन तीन कृषि केंद्र संचालकों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है, उनके लाइसेंस भी निलंबित कर दिए गए हैं।