महिलाओं की सुरक्षा में विफल सीएम और डिप्टी सीएम दें इस्तीफा

    27-Aug-2024
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- महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष संध्या सव्वालाखे ने दी चेतावनी

Sandhya-Savvalakhe 
मुंबई/नागपुर।
राज्य में एक मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्री हैं, लेकिन वे महिलाओं को न्याय नहीं दे सकते। राज्य में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाओं में भारी वृद्धि हुई है, यहां तक कि छोटी बच्चियों को भी नहीं बख्शा जा रहा है। अपराधियों पर नियंत्रण नहीं होने से राज्य की स्थिति बदतर हो गयी है। यह कहते हुए महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष संध्या सव्वालाखे (Sandhya Savvalakhe) ने महिलाओं की सुरक्षा में विफल रहने पर मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्रियों से इस्तीफा देने की मांग की है।
 
तिलक भवन में मीडिया से बात करते हुए संध्या सव्वालाखे ने महायुति सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आगे कहा कि बदलापुर में तीन और साढ़े तीन साल की बच्चियों के साथ दरिंदगी की घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया है। पीड़ित लड़की की मां को केस दर्ज कराने के लिए 12 घंटे तक थाने में बैठाए रखा गया। इससे साफ है कि पुलिस दबाव में थी। जिस स्कूल में यह अपराध हुआ, उस स्कूल के संबंधित लोगों के खिलाफ पोक्सो के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए। घटना 12 तारीख को हुई और 15 तारीख को मुख्यमंत्री एक कार्यक्रम में बदलापुर में थे लेकिन यह जानकारी उन तक क्यों नहीं पहुंची।
 
मुख्यमंत्री शिंदे ने कल एक कार्यक्रम में कहा कि, राज्य में महिला उत्पीड़न की एक घटना की जांच कर दो महीने के भीतर आरोपी को फांसी दे दी गई। यह बताते हुए सव्वालाखे सवाल किया है कि कौन सी घटना और किसे फांसी दी गई इसका खुलासा होना चाहिए। बदलापुर हत्याकांड में भी तुरंत फांसी होनी चाहिए। सव्वालाखे ने बताया कि महिला कांग्रेस के पदाधिकारियों ने बदलापुर में लड़कियों के साथ हुए दुर्व्यवहार की जानकारी ली और थाने में मुलाकात कर तत्काल कार्रवाई की मांग की। बदलापुर की घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया लेकिन राज्य महिला आयोग ने तीन-चार दिन तक इस घटना का संज्ञान तक नहीं लिया। उन्होंने रूखेपन से जवाब दिया कि यह काम बाल अधिकार आयोग का है, मेरा नहीं। ऐसे गैर जिम्मेदार और निष्क्रिय व्यक्ति को पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। यहां तक कि बीजेपी की चित्रा वाघ ने भी बदलापुर की छोटी बच्ची के बारे में एक भी शब्द नहीं बोला है, बल्कि वह कोलकाता की घटना के बारे में बात कर रही हैं।
 
सव्वालाखे ने यह भी मांग की कि बदलापुर के पूर्व मेयर ने एक महिला पत्रकार के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। दो दिनों तक इस महिला पत्रकार के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया। इस पूर्व मेयर को भी गिरफ्तार किया जाए। बदलापुर जैसी घटनाएं अकोला, नासिक, ठाणे जिलों में हुई हैं। प्रदेश में बढ़ती महिला उत्पीड़न की घटनाओं और निष्क्रिय सरकार को देखते हुए प्रदेश महिला कांग्रेस हर जिले में महिला न्याय समिति का गठन करने जा रही है। संध्या सव्वालाखे ने बताया कि इस समिति में एक महिला वकील और पांच महिला सदस्य होंगी, समिति पीड़ित महिलाओं को हर तरह की मदद और परामर्श प्रदान करेगी।