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नागपुर।
महाराष्ट्र कृषि उद्योग विकास महामंडल के कर्मचारी और अधिकारी अपनी विभिन्न समस्याओं के निवारण की मांग को लेकर 29 अगस्त को संचालक के केबिन के सामने आंदोलन करेंगे। मांगें जल्दी पूरी न होने पर आंदोलन तीव्र किया जाएगा। आवश्यकता पड़ने पर अनशन भी किया जाएगा। महाराष्ट्र कृषि उद्योग कर्मचारी संघ के पूर्व उपमहाव्यवस्थापक आनंद उपलेंचवार ने यह जानकारी दी।
उपलेंचवार ने कहा, हमारी कई मांगें हैं। इनमें अन्य महामंडल की तरह सातवें वेतन आयोग का बकाया वेतन दिलाने, कर्मचारियों व अधिकारियों की पदोत्रति, पेंशन में बढ़ोतरी, कर्मचारियों की भर्ती, कर्मचारियों पर काम का बोझ कम करने, महामंडल को पुनर्जीवित करने आदि मांगें शामिल हैं। उन्होंने कहा कि आंदोलन के बावजूद मांगें नहीं मानी गई तो समय-समय पर इससे भी उग्र आंदोलन व भूख हड़ताल की जाएगी।
महामंडल के व्यवस्थापन संघटन के साथ विचार- विमर्श कर प्रलंबित मुद्दों पर निर्णय लेने का वादा पूरा न कर सिर्फ चर्चा करने की समय लेने वाली नीति अपनाई है। कर्मचारियों एवं अधिकारियों के प्रश्न कई वर्षों से प्रलंबित हैं। खास बात ये है कि प्रलंबित मुद्दों को सुलझाने के लिए सितंबर २०२३ में एक बैठक हुई थी. उसमे प्रलंबित मुद्दे का हल निकालने का वादा किया था. लेकिन उन्होंने कहा कि वादा अभी तक पूरा नहीं हुआ है। इस अवसर पर नरेंद्र तेलंग, दीपक गोमासे, श्रीकृष्ण चौधरी, महादेव गंगोत्री, अशोक मोहिते, किशोर भगत उपस्थित थे।