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नागपुर।
मानसून (Monsoon) का मौसम जलती गर्मी से राहत तो देता है, लेकिन साथ ही कई तरह के इन्फ्लूएंजा को बढ़ने के लिए अनुकूल माहौल भी दे देता है। इस मौसम में फ्लू के मामले बढ़ जाते हैं, क्योंकि नमी और तापमान में उतार-चढ़ाव से फ्लू का कारण बनने वाले वायरस के संक्रमण को बढ़ावा मिलता है।
इस साल मानसून बहुत अनियमित सा है और इस कारण फ्लू का संक्रमण और भी तेजी से बढ़ने की आशंका है। जो क्षेत्र सूखे जैसी स्थितियों और बढ़ते वायु प्रदूषण का सामना कर रहे हैं, वहां बच्चों का इम्यून सिस्टम कमजोर पड़ सकता है, जिससे उन्हें फ्लू के संक्रमण का खतरा ज्यादा है। दूसरी ओर, जिन क्षेत्रों में जल जमाव हो रहा है, वहां फफूंद और फंगस तेजी से बढ़ते हैं, जिससे बच्चों के फेफड़े पर दुष्प्रभाव पड़ता है और फ्लू का खतरा बढ़ जाता है। भारी बारिश और बाढ़ जैसी स्थिति के कारण घर का लगभग हर सदस्य घर में ही होता है, इस कारण से संक्रमण तेजी से फैलने की आशंका रहती है। इससे बड़े पैमाने पर फ्लू फैलने का खतरा होता है।