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नवरात्रि का पर्व देवी दुर्गा की आराधना का एक प्रमुख समय है, जिसमें भक्त उपवास और फलाहार का पालन करते हैं। फलाहार का अर्थ है फलों का सेवन करना, और यह व्रत रखने वालों के लिए एक स्वस्थ और पौष्टिक विकल्प होता है। इस दौरान भक्त फल, दूध, और कुछ विशेष प्रकार की स्नैक्स का सेवन करते हैं। आइए, नवरात्रि में फलहार से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी पर चर्चा करें:
फलाहार का महत्व :
फलाहार के दौरान केवल फल खाने से शरीर को आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं। यह स्वास्थ्य को बनाए रखने का एक अच्छा तरीका है, खासकर जब व्रत में खाने की मात्रा सीमित होती है फल, जैसे कि केला, सेब, संतरा, और पपीता, ऊर्जा का अच्छा स्रोत होते हैं। ये शरीर को सक्रिय बनाए रखते हैं, जिससे व्रत के दौरान भी आप ऊर्जा महसूस करते हैं। फलाहार का पालन करते हुए भक्त देवी की आराधना में ध्यान केंद्रित करते हैं। यह साधक को मानसिक शांति और संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।
फलहार के लिए उपयुक्त फल :
केला : केले में उच्च मात्रा में पोटेशियम होता है, जो ऊर्जा के लिए फायदेमंद है।
सेब : सेब एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर से भरपूर होते हैं, जो पाचन के लिए अच्छे होते हैं।
संतरा : संतरा विटामिन C का अच्छा स्रोत है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।
पपीता : पपीता पाचन के लिए लाभकारी होता है और इसमें आवश्यक पोषक तत्व होते हैं।
अनार : अनार में एंटीऑक्सीडेंट्स और आयरन की अच्छी मात्रा होती है, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती है।
फलहार में शामिल करने योग्य अन्य खाद्य पदार्थ :
दूध और दूध से बने उत्पाद : जैसे दही और छाछ। ये शरीर को ठंडक देते हैं और अच्छे प्रोटीन का स्रोत होते हैं।
नट्स और बीज : जैसे बादाम, काजू, और चिया बीज। ये उच्च ऊर्जा और स्वस्थ वसा के लिए जाने जाते हैं।
साबूदाना : साबूदाना की खिचड़ी या टिक्की का सेवन कर सकते हैं। यह ऊर्जा और कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्रोत है।
कुट्टू का आटा : कुट्टू से बनी पूरी या पराठे भी एक अच्छा विकल्प हैं।
समक Rice : इसे व्रत में खाया जाता है और यह हल्का और आसानी से पचने वाला होता है।
फलाहार के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें :
व्रत के दौरान पानी और तरल पदार्थों का सेवन बहुत महत्वपूर्ण है। नींबू पानी, नारियल पानी, या दही का सेवन करें, जिससे शरीर हाइड्रेट रहे।
फलाहार के दौरान खाने की मात्रा को संतुलित रखें। जरूरत से ज्यादा खाने से बचें और सिर्फ आवश्यक मात्रा में ही फल लें।
फल और दूध के उत्पाद ताजे और साफ-सुथरे होने चाहिए। हमेशा ताजे फलों का ही सेवन करें ताकि आपकी सेहत पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े।
व्रत के दौरान तले हुए या मसालेदार खाद्य पदार्थों से बचें, क्योंकि ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
नवरात्रि में फलाहार का पालन करके, न केवल आप देवी दुर्गा की आराधना करते हैं, बल्कि अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखते हैं। यह समय आत्मिक शुद्धि और स्वास्थ्य का एक सुगम मार्ग है।