नागपुर : जिले के ग्रामीण इलाकों के साथ-साथ उपनगरीय इलाकों में भी डेंगू बीमारी का काफी अधिक प्रकोप है। ऐसे में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ने से डेंगू फैलने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। डेंगू नियंत्रण के लिए घर और क्षेत्र में मच्छरों को पनपने से रोकने का ध्यान रखना चाहिए। जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी सौम्या शर्मा ने जनता से नहीं घबराने की अपील की है।
फिलहाल, नागपुर के ग्रामीण इलाकों में डेंगू के 241 मरीज पाए गए हैं। मरीज गंभीर नहीं है और सभी मरीज खतरे से बहार हैं। डेंगू के लक्षण दिखने पर तुरंत नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें, इस आशय का आवाहन शर्मा ने किया है। डेंगू को फैलने से रोकने के लिए घर में पानी से भरे सभी कंटेनरों को सप्ताह में कम से कम एक बार सुखाएं। जल भंडारण कंटेनरों को ठीक से ढककर रखें। घर के आसपास एवं छत पर अनुपयोगी अपशिष्ट पदार्थ न रखें तथा उसका उचित निस्तारण करें। गांव क्षेत्र को साफ-सुथरा रखा जाए। साप्ताहिक बाजारों एवं तीर्थ स्थलों पर जमा होने वाले कूड़े-कचरे का तत्काल निस्तारण किया जाए। यात्रा की जानकारी नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को देनी होगी। गांव में गोबर के ढेरों को घरों एवं सार्वजनिक बस्तियों से दूर रखा जाए।
गांव में गप्पी मछली प्रजनन केंद्र स्थापित किया जाए तथा गप्पी मछली को घरेलू जलाशयों एवं स्थायी मच्छर प्रजनन स्थलों में छोड़ा जाए। यदि गांव में बुखार का मरीज मिलता है तो स्वास्थ्य कार्यकर्ता, नर्स, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता या आशा को रक्त का नमूना लेकर जांच के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर भेजना चाहिए या मरीज को जांच के लिए नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर भेजना चाहिए। पानी की कमी वाले गांवों में मच्छर नियंत्रण पर विशेष ध्यान दिया जाए, इस आशय के निर्देश जिप सीईओ सौम्य शर्मा ने दिए।