नई दिल्ली: NDA की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराकर देश 15वीं राष्ट्रपति बनने के पूरे आसार नजर आ रहे है। यदि मुर्मू राष्ट्रपति बनती है तो वह देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति होगी।
भारत के 15वें राष्ट्रपति के लिए चुनाव 18 जुलाई को हुए थे। इस चुनाव में कुल 4800 सांसदों और विधायकों ने हिस्सा लिया था। द्रौपदी मुर्मू को 27 दलों का समर्थन प्राप्त था जबकि यशवंत सिन्हा को 14 दलों का समर्थन प्राप्त था।
पहली चरण के मतगणना के समाप्त होते ही द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने वाले लोग जश्न मनाने लगे है। इसी बीच, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान लोक कलाकारों के साथ शामिल हुए और पहले दौर की मतगणना की समाप्ति के बाद आदिवासी नृत्य करते हुए दिखे।
इस बीच ओडिशा के रायरंगपुर गांव में जश्न शुरू हो गया है। यह मुर्मू का गांव हैं। गांव वाले ढोल-नगाड़ों के साथ वोटों की गिनती पूरी होने का इंतजार करते हुए दिखे।
संसद भवन में मतगणना पूरी नहीं हुई थी, लेकिन द्रौपदी मुर्मू के गृह जिला मयूरभंज में जश्न शुरू हो गया।
राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी कहते है, 'दूसरे चरण के बाद, जहां पहले 10 राज्यों के मतपत्रों की वर्णानुक्रम में गणना की गई - कुल वैध मत 1,138 और उनका कुल मूल्य 1,49,575 है । इसमें से द्रौपदी मुर्मू को 809 वोट मिले, जिसकी कीमत 1,05,299 और यशवंत सिन्हा को 329 वोट मिले, जिनकी कीमत 44,276 है।'
उन्होंने आगे कहा, 'यदि मैं संसद के पहले के परिणामों को शामिल करूँ, तो अब तक कुल 1,886 वैध मतों का मूल्य 6,73,175 है, जिसमें से द्रौपदी मुर्मू को 1,349 मत मिले, जिनका मूल्य 4,83,299 है। यशवंत सिन्हा को 537 वोट मिले, जिनकी कीमत अब तक 1,89,876 है।'
इस बीच, झारखंड भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने रांची में राज्य पार्टी कार्यालय के सामने एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू जीत के पहले ही जश्न मनाना शुरू कर दिया।
NDA की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की जीत के करीब पहुंचते ही दिल्ली में भाजपा मुख्यालय के बाहर जश्न में भारी भीड़ जमा हो गई है।